September 29, 2024

विवाद में दलित युवक का प्राइवेट पार्ट काटा, प्रेग्नेंट पत्नी पर भी हमले का आरोप, दो पर केस दर्ज

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एटा
 उत्तर प्रदेश के एटा जिले में दलित युवक के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आया है। 32 वर्षीय दलित युवक को बेरहमी से पीटा गया। कथित तौर पर उच्च जाति के लोगों पर आरोप लगा है कि उसकी जमीन पर लगे पेड़ काटने पर आपत्ति जताने पर उसके गुप्तांग काट दिए गए। पीड़ित सतेंद्र कुमार ने कहा कि उसकी चार महीने की गर्भवती पत्नी को भी कुल्हाड़ी से मारा गया और बुरी तरह पीटा गया। शिकायतकर्ता अभी भी सदमे में है। उसने दावा किया कि उसके प्राइवेट पार्ट के आधे से अधिक हिस्से को काट दिया गया था। घटना के दो दिन बाद 16 जून को दो आरोपियों विक्रम सिंह ठाकुर और सतेंद्र उर्फ भूरे ठाकुर के खिलाफ आईपीसी और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।

 

एटा की इस घटना ने माहौल को गरमा दिया है। इस संबंध में कोतवाली देहात के एसएचओ शंभूनाथ सिंह ने कहा कि दो आरोपी फरार हैं और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। दो बच्चों के पिता पीड़ित सतेंद्र ने कहा कि 14 जून को ऊंची जाति के लोग मेरी जमीन पर एक पेड़ काट रहे थे। जब मैंने आपत्ति की तो उन्होंने मुझे गालियां दीं। जातिसूचक गालियां दी गई। फिर विक्रम और भूरे ने मुझे पकड़ लिया और बेरहमी से मेरी पिटाई की। विक्रम ने चाकू निकाला और मेरे प्राइवेट पार्ट को काटने की कोशिश की। इसमें मेरा प्राइवेट पार्ट काफी कट लग गया। डॉक्टरों को घाव पर 12 टांके लगाने पड़े।

पत्नी पर भी किया गया हमला

पीड़ित सतेंद्र ने पत्नी पर भी आरोपियों की ओर से हमला किए जाने का आरोप लगाया। सतेंद्र ने कहा कि मदद के लिए मेरी चीख सुनकर मेरी चार महीने की गर्भवती पत्नी दौड़ी आई। भूरे ने उस पर कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे उसकी बाईं कलाई में चोट लग गई। जब हमने उनसे बचने की कोशिश की तो आरोपी ने हमारा पीछा किया। वे मेरे घर में घुस आए और मेरी पत्नी को बेरहमी से पीटा। उस समय मेरे बदन से खून बह रहा था। मैं रहम की गुहार लगाता रहा। सतेंद्र ने कहा कि दोनों ने जाने से पहले मुझे धमकी दी। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में मैंने पुलिस को बुलाया तो वे मुझे जान से मार देंगे।

पुलिस पर भी लगाया आरोप

सतेंद्र की पत्नी की पूजा ने इस घटना को लेकर पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। पूजा ने कहा कि हमने पुलिस से संपर्क किया, लेकिन हमारी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इसके बाद हमने अपनी प्राथमिकी दर्ज करने के लिए एक वकील से संपर्क किया। अब हम गांव में नहीं रह रहे हैं। आरोपियों के परिजन हमें शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। मैं अपने होने वाले बच्चे की स्थिति को लेकर अनिश्चित हूं, मैं चिंतित हूं।

डीएसपी विक्रांत द्विवेदी ने इस मामले में कहा कि सतेंद्र के प्राइवेट पार्ट पर चाकू से वार करने का आरोप गलत है। हाथापाई के दौरान चमड़ी फट गई। मेडिकल एग्जामिनेशन में यह मामला साफ हो गया है। प्राइवेट पार्ट का कोई भाग अलग नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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