बिहार के सियासी उलटफेर से विपक्ष के हौसले बुलंद, देवगौड़ा बोले- साथ आए जनता दल परिवार
बेंगलुरु
बिहार में सियासी उलटफेर के बाद विपक्ष की उम्मीदें जागने लगी हैं। 2024 में आम चुनाव को लेकर अब तक कई नेता विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर चुके हैं लेकिन पूरी सफलता हाथ नहीं लगी है। राष्ट्रपति चुनाव के वक्त भी विपक्ष में टूट देखने को मिली थी। अब पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) जीफ एचडी देवगौड़ा ने उम्मीद जताई है कि फिर से जनता दल ' परिवार' राजनीतिक विकल्प के रूप में उभर रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने बिहार को लेकर कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में जेडीयू और लालू प्रसाद यादव के आरजेडी के साथ आने से उन्हें पुराने दिन याद आ गए जब वे सब साथ थे। देवगौड़ा ने कहा, 'बिहार में जो कुछ भी चल रहा था, मेरी उसपर नजर थी। वहां के घटनाक्रम ने मुझे पुराने दिनों की याद दिला दी जब पूरा जनता दल परिवार इकट्ठा हुआ करता था। इसने तीन प्रधानमंत्री दिए। मैं तो अब बूढ़ा हो गया हूं लेकिन अगर नयी पीढ़ी चाहे तो यह महान देश के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।' बता दें कि नीतीश कुमार ने भाजपा से 'ब्रेकअप' करके अब आरजेडी के साथ सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। बुधवार को दोपहर 2 बजे नीतीश कुमार आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे वहीं तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बनेंगे। बिहार में एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है जिसमें जेडीयू, आरजेडी के साथ लेफ्ट और कांग्रेस भी है।
बिहार विधानसभा चुवान में 75 सीटें जीतकर आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। हालांकि जेडीयू, भाजपा और वीआईपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इसलिए जेडीयू-भाजपा की सरकार बनी औऱ नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। इससे पहले 2015 में भी आरजेडी और जेडीयू का साथ हुआ था। सरकार भी बन गई थी लेकिन नीतीश कुमार ने ठीक इसी तरह आरजेडी का साथ छोड़कर भाजपा का साथ पकड़ लिया था। खास बात यह है कि सहयोगी पार्टी कोई भी हो पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहे।
अखिलेश यादव ने भी जताई खुशी
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बिहार के घटनाक्रम को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि यह एनडीए में टूट की अच्छी शुरुआत है। उन्होंने कहा, अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारे वाले दिन बिहार में भाजपा भगाओ का नारा आ गया है। यह एक अच्छी शुरुआत है। अखिलेश यादव ने भी कहा कि अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक दल भाजपा के खिलाफ खड़े होंगे। अभी तक भाजपा सरकारें गिराती रही है। बिहार के लोगों ने भाजपा को अच्छा सबक सिखाया है।