मुंगेर में बहनों की प्रार्थना आई काम, रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर 10 भाइयों की बची जान
जमालपुर (मुंगेर)
मुंगेर जिले के जमालपुर प्रखंड की सिंघिया पंचायत में जानीपुर घाट के समीप नाव हादसे में 10 लोगों की जान बच गई। रक्षा बंधन से ठीक एक दिन पहले सभी के बहनों की प्रार्थना को भगवान ने सुन लिया। सभी लोग सकुशल बच गए। जिस तरह से बीच गंगा में नाव पलटी थी, उससे कइयों को बचना मुश्किल था, पर कहतें हैं न जाको राखे सईंया मार सके ना कोय। यह कथन आज 10 लोगों की जिंदगी पर चरितार्थ हुई। गंगा का जलस्तर दिन व दिन बढ़ रहा है। गंगा किनारे रह रहे लोगों में दहशत है। दियारा जाने के लिए नाव ही एकमात्र व्यवस्था है।
वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से मजबूरी में किसानों को दूध व पशु चारा लाने के लिए गंगा के उस पार जाना पड़ता है। ऐसा नहीं करने पर किसानों की माली हालात पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। परिवार का पेट भरने के लिए प्रतिदिन किसान जान जोखिम में डालकर गंगा पार दियारा जाते हैं। बुधवार की सुबह सिंघिया क्षेत्र के दस लोग नाव पर सवार हो गंगा पार से दूध लेकर वापस लौट रहे थे। अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज हवाएं चलने लगी, उस वक्त नाव गंगा के बीच में था। नाविक और सवार लोग कुछ समझ पाते तबतक नाव गंगा में पलट गई। गंगा किनारे बैठे लोगों की नजर नाव पर पड़ी। लोगों के सहयोग से 10 नाव पर सवार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
नाव पर ये लोग थे सवार
जमालपुर प्रखंड अंतर्गत सिंघिया पंचायत के फरदा गांव निवासी कुंदन यादव,अभिषेक यादव, इंद्रदेव यादव, विपिन यादव, रोशन यादव, रामजीवन यादव, कारण कुमार, सुधीर यादव, दीपक यादव और राहुल कुमार नाव पर सवार होकर गंगा के उस पार से दूध लेकर आ रहे थे।
तीन किमी धार में बह गया अभिषेक
सिंघिया पंचायत के फरदा जानीपुर स्थित बीच गंगा में नाव पलटने से जहां नाव पर सवार 10 लोग अचानक डूबने लगे, इसमें स्थानीय लोगों की मदद से सभी को बचाने का प्रयास किया जा रहा था। जानीपुर निवासी अभिषेक कुमार गंगा के तेज बहाव में 10 लीटर के प्लास्टिक के डब्बे के सहारे बहता रहा। तीन किलोमीटर आगे चलकर प्रेम टोला फरदा तक पहुंच गया। सफिया सराय ओपी पुलिस की सहयोग से पहुंची स्टीमर ने युवक को सुरक्षित निकाला। हालांकि, युवक की स्थिति थोड़ी बिगड़ रही थी इसलिए इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया।
संजीत के हौसले ने छह को दी नई जिंदगी
सफियासराय ओपी प्रभारी नीरज ठाकुर ने बताया जानीपुर निवासी संजीत यादव ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए नाव पलटने की वजह से बीच गंगा में डूब रहे छह लोगों की जान बचाई। बताया कि संजीत गंगा किनारे ही खड़ा था अचानक उसकी नजर नाव पलटने पर गई। आनन-फानन में उसने अपने दोस्त योगी रामबली और कुंदन को साथ लेकर दूसरे की नाव के चैन को तोड़कर बीच गंगा में जाकर रेस्क्यू करते हुए छह लोगों को डूबने से बचाया। इस दौरान कई जगहों पर उसे चोटें भी आई। ओपी प्रभारी ने संजीत के इस कार्यों की जमकर सराहना की।