मुसलमानों पर ऐक्शन नहीं, महंत आरोप लगा नदी में कूदने निकले; समर्थकों ने पुलिस को पीटा
गाजियाबाद
गाजियाबाद के नंदग्राम थाने पर बुधवार रात जमकर हंगामा हुआ। हिंडन विहार स्थित बालाजी धाम के महंत मछेन्द्रनाथ पुरी ने समर्थकों के साथ बुधवार रात जमकर हंगामा किया। कुछ विवादों में मुलमानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए नंदग्राम थाने पर धरना देने के महंत ने हिंडन नदी में कूदने का ऐलान कर दिया। रोके जाने पर महंत के समर्थकों पुलिस पर ही हमला कर दिया। इसमें 2 सिपाही घायल हुए, इंस्पेक्टर की वर्दी फाड़ दी गई। इसके बाद पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा, आत्महत्या की कोशिश और पुलिस पर हमला करने का केस दर्ज कर महंत मछेन्द्रपुरी समेत 17 लोगों को किया गिरफ्तार कर लिया है।
महंत का आरोप है कि उनके समर्थक को अगवा करने समेत तीन घटनाओं में नंदग्राम पुलिस ने दूसरे समुदाय के आरोपियों का पक्ष लिया और पीड़ित को रातभर थाने में बैठाने के बाद सुबह रिश्वत लेकर छोड़ा। महंत ने दो सिपाहियों के निलंबन और एसएचओ को हटाने के साथ-साथ हिंडन विहार के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। महंत ने समर्थकों के साथ थाने पर धरना दिया। बताया जा रहा है कि यहां उन्होंने खुद पर पेट्रोल पर छिड़का, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद वह देर रात मंदिर गए और फिर यहां से हिंडन नदी में कूदकर जान देने का ऐलान कर दिया। पुलिस ने जब उनका रास्ता रोका तो समर्थकों ने हमला कर दिया।
और क्या लगाया आरोप
नंदग्राम थानाक्षेत्र के हिंडन विहार स्थित बालाजी धाम के महंत मछेंद्रनाथ पुरी ने कहा कि मोहननगर के अर्थला निवासी राहुल कुमार के पास 28 जुलाई की रात करीब साढ़े उनके दोस्त बिट्टू का फोन आया। बिट्टू ने बताया कि हिंडन विहार में कार सवारों ने उसकी स्कूटी को टक्कर मार दी है। वह तुरंत मौके पर पहुंचे तो कार सवार युवक बिट्टू को पीट रहे थे। विरोध करने पर कार सवार युवक राहुल और उसके दोस्त को अगवा करके हिंडन विहार ले गए। वहां आरोपियों ने उनके साथ मारपीट कर राहुल की चेन लूट ली। पुलिस पीसीआर के सायरन की आवाज सुनकर वह जान बचाने के लिए भागे।
हिंदू प्लान कर रहे हैं, हमने भी मंदिर पर ताला लगा दिया
नंदग्राम थाने पर धरने के दौरान महंत मछेन्द्रनाथ पुरी ने कहा कि तमाम जगहों पर हिंदू समाज के लोग पलायन कर रहे हैं। ऐसी ही स्थिति नंदग्राम थाना क्षेत्र में पैदा हो गई है। इसलिए वह मंदिर पर ताला लगाकर थाने पर धरना देकर बैठ गए हैं। उन्होंने थाने के दो सिपाहियों को निलंबित करने और एसएचओ को थाने से हटाने की मांग की। सीओ द्वितीय आलोक दुबे का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है। दोषी मिलने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।