वनस्पति विज्ञान में शोध को विधार्थी आगे बढ़ाएं: प्रो. राव
अमिताभ पाण्डेय
भोपाल । ( अपनी खबर)
माइक्रोबायोलॉजी विभाग, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय ने ७५ वे आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में "७५ वर्षो में वनस्पति विज्ञान का योगदान” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया I इसका उद्धघाटन कुलपति प्रो आर. जे.राव के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया । माइक्रोबायलाजी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने वनस्पति विज्ञान में शोध का विषय क्या होना चाहिए ?
शोध को आगे बढ़ाने में हमारे विद्याथियों को किस तरह योग्य बनाना चाहिए ?
इसके बारे में बताया ।
उन्होंने यह भी बताया की पौधों का वर्गीकरण एवं संधारित करने के लिए हर्बेरियम बनाये जाते थे, लेकिन आधुनिक युग में इनका वर्गीकरण डी.न .ए. के द्वारा किया जाने लगा है।
उन्होंने बताया कि जब भी हम किसी स्थान को भ्रमण करें वहां से भी शोध हेतु उपयोगी विषय का चयन किया जा सकता है | इसका ध्यान रखें ।
प्रो. अनिल प्रकाश विभागाध्यक्ष अपने स्वागत उद्बोधन में वैज्ञानिकों तथा उनकी वैज्ञानिक विरासत के बारे में बताया ।
इस अवसर पर हुई भाषण प्रतियोगिता में ५ विद्याथियों ने भाग लिया ।
उन्होंने देश में स्वतंत्रता के पहले और उसके बाद वनस्पति विज्ञान में वैज्ञानिकों की भूमिका पर भाषण दिया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ बिंदु नाहर द्वारा एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अनीता तिलवारी द्वारा धन्यवाद् ज्ञापन किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर विपिन व्यास ,डॉ आर. के. गर्ग, एफसी सहायक प्राध्यापक प्रीतिबाला सोलंकी,डॉ राजश्री सिन्हा ,स्मृति चौहान, मधुमंती,अपेक्षा बाजपेयी ,कुसुम शर्मा एवं माइक्रोबायोलॉजी के अन्य प्राध्यपक भी उपस्तिथ थे।