स्कूल शिक्षा विभाग के रिपोर्ट कार्ड में प्रदेश के 52 जिलों में भोपाल को 51वां स्थान मिला
भोपाल
स्कूल शिक्षा विभाग के रिपोर्ट कार्ड में प्रदेश के 52 जिलों में भोपाल को 51वां स्थान मिला है। भोपाल जिले की पीछे से दूसरे नंबर की रैंक आई है। यहां के स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है, स्कूलों में 300 से अधिक अतिशेष शिक्षक हैं। इसके बावजूद छोटे जिलों की अपेक्षा भोपाल का सबसे खराब परफॉर्मेंस है। इसे लेकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सीईओ ऋतुराज और जिला शिक्षा अधिकारी डीईओ नितिन सक्सेना ने सोमवार को समीक्षा बैठक ली। इसमें सभी विकाखंड स्रोत समन्वयक बीआरसी के अलावा प्राचार्य भी मौजूद रहे।
शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दें
सीईओ ऋतुराज ने सभी बीआरसी को निर्देशित किया कि मैदानी स्तर पर स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में कार्य करें। सभी पैरामीटर्स पर स्कूलों का निरीक्षण और व्यवस्था को पुख्ता करें। सीईओ ने बीआरसी सहित प्राचार्यों को अगले रैंकिंग में परफॉर्मेंस सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही तीन बीआरसी फंदा नया शहर के नागेंद्र सिंह पुंडीर, पुराना शहर के राजीव दीक्षित और बैरसिया के आरके दीक्षित को कारण बताओं नोटिस जारी किया। उनसे रैंकिंग में पिछड़ने का कारण पूछा गया है। दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग ने चार दिन पहले कक्षा पहली से आठवीं तक के लिए सत्र 2022-23 में पहली तिमाही का जिला रिपोर्ट कार्ड जारी किया था। इसके बाद दिसंबर में अगली रैंकिंग जारी की जाएगी।
स्थानांतरण: 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक शिक्षक कर सकेंगे आॅनलाइन आवेदन
राजधानी सहित प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक स्थानांतरण के लिए आॅनलाइन आवेदन कर सकेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य, संभाग और जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के शिक्षकों और अधिकारी/कर्मचारियों के लिए विभागीय स्थानांतरण नीति की समय सारणी निर्धारित की है।