IPL पर फैसला करने अभी नौ महीने का समय है, हमेशा CSK के साथ ही रहना चाहूंगा: धोनी
चेन्नई
चेन्नई सुपर किंग्स के करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की कड़ी तैयारियों का काफी असर पड़ता है और वह आगे भी इस टी20 लीग में खेलने को लेकर अगले आठ-नौ महीनों में फैसला करेंगे।
कयास लगाए जा रहे थे कि 2023 आईपीएल में धोनी का आखिरी सत्र होगा। उनकी अगुवाई में चेन्नई सुपर किंग्स ने मंगलवार को यहां पहले क्वालीफायर में गुजरात टाइटंस को 15 रन से हराकर दसवीं बार आईपीएल फाइनल में प्रवेश किया।
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो इसका काफी असर पड़ता है। मैं पिछले चार महीने घर से बाहर हूं। मैं जनवरी से घर से बाहर हूं और मार्च से अभ्यास कर रहा हूं, इसलिए आगे क्या होता है इस पर बाद में विचार करूंगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘मैं 31 जनवरी को घर से बाहर निकला था। मैंने काम पूरा करने के बाद दो या तीन मार्च से अभ्यास शुरू कर दिया था। इसका काफी असर पड़ता है लेकिन मेरे पास फैसला करने के लिए पर्याप्त समय है।''
इस 41 वर्षीय दिग्गज खिलाड़ी ने संन्यास के बारे में कहा, ‘‘मैं नहीं जानता। मेरे पास फैसला करने के लिए अभी आठ-नौ महीने का समय है। मैं अभी इसको लेकर सिरदर्दी क्यों लूं। मेरे पास फैसला करने के लिए पर्याप्त समय है। नीलामी दिसंबर में होनी है।''
धोनी ने इस सत्र में बल्ले से खास कमाल नहीं दिखाया। उन्होंने अभी तक 15 मैचों में 104 रन बनाए हैं। इस बीच उन्हें घुटने के दर्द ने भी परेशान किया जिसके कारण विकेटों के बीच दौड़ लगाने में उन्हें परेशानी हुई।
भारत के विश्व कप विजेता कप्तान ने हालांकि इस सत्र में सभी मैच खेले ।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं हमेशा चेन्नई सुपर किंग्स के साथ रहूंगा, चाहे मैं खेलूं या फिर बाहर रहूं। मैं वास्तव में नहीं जानता।''
चेन्नई के दसवीं बार फाइनल में पहुंचने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘आईपीएल यह कहने के लिए बहुत बड़ा है कि यह एक अन्य फाइनल है। 10 टीमों के बीच यह और ज्यादा मुश्किल है। यह दो महीने से अधिक समय की कड़ी मेहनत और प्रत्येक खिलाड़ी के जज्बे के कारण संभव हुआ है। प्रत्येक खिलाड़ी ने अपना योगदान दिया। मध्यक्रम के बल्लेबाजों को पर्याप्त मौके नहीं मिले लेकिन यहां पहुंच कर हम बहुत खुश हैं।''
धोनी को क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माना जाता है लेकिन उन्होंने कहा कि वह परेशान करने वाले कप्तान हो सकते हैं क्योंकि वह गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में लगातार बदलाव करते रहते हैं।
धोनी ने कहा, ‘‘आपको विकेट देखना पड़ता है, आपको परिस्थितियों के अनुसार चलना पड़ता है और उस हिसाब से क्षेत्र रक्षण सजाना पड़ता है। मैं परेशान करने वाला कप्तान हो सकता हूं क्योंकि मैं हर समय क्षेत्ररक्षण बदलता रहता हूं।''
हमेशा चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ ही रहना चाहूंगा: धोनी
चेन्नई सुपरकिंग्स को 10वीं बार इंडियन प्रीमियर लीग की फाइनल में पहुंचने के बाद करिश्माई कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा कि वह खेलना जारी रखे या नहीं लेकिन हमेशा चेन्नई की टीम के साथ रहना पसंद करेंगे।
आईपीएल क्वालीफायर के पहले मुकाबले में गुजरात टाइटंस पर 15 रन की जीत के बाद पुरस्कार समारोह में जब हर्षा भोगले ने धोनी से पूछा कि क्या आप फिर से यहां (चेन्नई) खेलेंगे।
धोनी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता, मेरे पास फैसला करने के लिए आठ-नौ महीने हैं। मेरे पास सोचने के के लिए पर्याप्त समय है ऐसे में अभी इस बारे में सोचकर मैं सिरदर्दी नहीं लेना चाहता हूं।''
चेन्नई को चार बार चैंपियन बनाने वाले कप्तान ने कहा, ‘‘बात चेन्नई के लिए मैदान पर खेलने की हो या बाउंड्री के बाहर बैठने की, मैं चेन्नई के ही साथ रहन पसंद करूंगा।''
उन्होंन कहा, ‘‘आईपीएल की अगली नीलामी दिसंबर में है। उस समय इस बारे में सोचूंगा। मैं इस साल जनवरी से घर से बाहर हूं, मार्च से अभ्यास कर रहा हूं, इस पर बाद में देखेंगे।''