अमेरिका में दिवाली को राष्ट्रीय अवकाश बनाने की मांग, महिला सांसद ग्रेस मेंग लाईं बिल
वॉशिंगटन
अमेरिका की एक प्रमुख सांसद ने शुक्रवार को अमेरिकी कांग्रेस में एक खास बिल पेश किया। इसमें उन्होंने रोशनी के त्योहार दिवाली को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। देश भर के विभिन्न समुदायों ने उनके इस कदम का स्वागत किया है। प्रतिनिधि सभा में बिल पेश करने के बाद वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान महिला सांसद ग्रेस मेंग ने कहा कि दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग दिवाली का त्योहार मनाते हैं। अमेरिका में भी यह असंख्य परिवारों के लिए एक खास दिन होता है।
कहा-मिलेगा शानदार संदेश
अमेरिकी संसद में पास होने और राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद दिवाली डे ऐक्ट अमेरिका का 12वां राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो जाएगा। ग्रेस ने कहा कि दिवाली के राष्ट्रीय अवकाश घोषित होने के बाद परिवारों और दोस्तों को एक साथ जश्न मनाने की अनुमति मिलेगी। इससे यह भी संदेश जाएगा कि सरकार देश की सांस्कृतिक विविधता को महत्व देती है। उन्होंने आगे कहाकि दिवाली के दिन क्वींस में शानदार माहौल रहता है। हर साल यह देखा जा सकता है कि बहुत से लोगों के लिए यह दिन कितना अहम है। ग्रेस ने कहा कि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों से लिया गया अनुभव अमेरिका की ताकत है।
अमेरिका के लोगों को इस दिन का महत्व बताना है
ग्रेस मेंग ने कहा कि मेरा दिवाली डे ऐक्ट सभी अमेरिकियों को इस दिन का महत्व बताने का एक प्रयास है। अब मेरी उम्मीद है कि यह बिल जल्द से जल्द कांग्रेस से पास हो जाए। इस कदम का स्वागत करते हुए न्यूयॉर्क असेंबली की सदस्य जेनिफर राजकुमार ने कहा कि इस साल हमने देखा कि हमारा पूरा राज्य दिवाली और दक्षिण एशियाई समुदाय को मान्यता देने के समर्थन में एक सुर में बोल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने मेंग की भी तारीफ की और कहा कि वह दिवाली को राष्ट्रीय अवकाश बनाने के अपने आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जा रही हैं। जेनिफर ने कहा कि हम यह भी दिखा रहे हैं कि दिवाली एक अमेरिकी छुट्टी है। दिवाली मनाने वाले 40 लाख से अधिक अमेरिकियों को सरकार देख रही है और उनकी सुन रही है।
अमेरिकी हिंदू समुदाय में जश्न
इसको लेकर अमेरिका में रहने वाले हिंदू समुदाय में भी जश्न का माहौल है। हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स की नीति निदेशक रिया चक्रवर्ती ने कहा कि हिंदू अमेरिकी के रूप में हम दिवाली यह बिल देखकर बहुत खुश हैं। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा फाउंडेशन की फाउंडर और अध्यक्ष डॉक्टर नीता जैन ने कहा कि अमेरिकी पब्लिक स्कूलों में दिवाली को छुट्टी के रूप में मान्यता देने का यह सही समय है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। हमारे बच्चे अन्य संस्कृतियों का जश्न मनाते हैं। दूसरों को भी हमारी संस्कृति के बारे में जश्न मनाना चाहिए और सीखना चाहिए। यही एकमात्र तरीका है जिससे हम बच्चों को आपसी सम्मान, आपसी समझ और आपसी स्वीकृति के लिए सिखा सकते हैं।