भारत में अगले 18 महीनों में चार आरईआईटी के सूचीबद्ध होने की संभावना: सीबीआरई
सिंगापुर,
भारत में इस साल की दूसरी छमाही से अगले साल के अंत तक या 2025 की शुरुआत तक कम से कम चार रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (आरईआईटी) के सूचीबद्ध होने की संभावना है।
सीबीआरई इंडिया के प्रमुख अंशुमन मैगजीन ने यह बात कही। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि यह शेयर बाजारों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
आरईआईटी विश्व स्तर पर एक लोकप्रिय निवेश साधन है और भारत में कुछ साल पहले इसे रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए पेश किया गया था।
यह बड़ी रियल एस्टेट संपत्तियों में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सक्षम बनाता है।
मैगजीन ने कहा, ”आरईआईटी व्यापार निश्चित रूप से बढ़ने वाला है और हम इस साल के अंत तक एक से दो आरईआईटी की उम्मीद कर रहे हैं और पाइपलाइन में भी कुछ हैं।”
अमेरिका स्थित सीबीआरई दुनिया के प्रमुख रियल एस्टेट सलाहकारों में से एक है।
उन्होंने कहा कि चार आरईआईटी इस साल की दूसरी छमाही से 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत तक सूचीबद्ध हो सकते हैं।
मैगजीन ने उम्मीद जताई कि देश तेजी से वृद्धि करता रहेगा। उन्होंने कहा, ”भारत में सड़क, हवाईअड्डे, बंदरगाह, रेल, एमआरओ और लॉजिस्टिक जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचे का बड़े पैमाने पर विकास होने जा रहा है।”
पेज इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 58.8 प्रतिशत घटा
परिधान विनिर्माता पेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड का शुद्ध लाभ मार्च 2023 में खत्म हुई तिमाही के दौरान 58.87 प्रतिशत घटकर 78.35 करोड़ रुपये रह गया।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि इससे एक साल पहले जनवरी-मार्च 2022 के दौरान उसने 190.52 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान पेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड (पीआईएल) की परिचालन आय 12.78 प्रतिशत घटकर 969.09 करोड़ रुपये रह गई।
कंपनी का कुल खर्च वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 869.68 करोड़ रुपये था, जबकि यह आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि में 870.04 करोड़ रुपये था।
सेल का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 50 प्रतिशत से अधिक घटा
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सेल ने बताया कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत से अधिक घटकर 1,159.21 करोड़ रुपये रह गया।
कंपनी ने बताया कि आय में कमी के चलते उसका शुद्ध लाभ घटा।
सेल ने शेयर बाजारों के बताया कि उसने वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में 2,478.82 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय घटकर 29,416.39 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 31,175.25 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अंतिम लाभांश के रूप में प्रति शेयर 0.50 रुपये की सिफारिश की है।