जैविक खेती के माध्यम से फसलों की पैदावार अधिक होती है: जैविक कृषि विशेषज्ञ
डिंडोरी/शहपुरा
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष व जैविक कृषि प्रशिक्षक बिहारी लाल साहू लगातार जिले व क्षेत्र के कृषकों को जैविक खेती करने को प्रोत्साहित कर रहे हैं,साथ ही गांव गांव जाकर कृषकों को जैविक खेती करने का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
ज्ञात हो कि बिहारी लाल साहू स्वयं अपने खेत में भी जैविक खेती करते हैं जिसमें खरीफ की फसल में जैविक पद्धति से बीजोपचार कर धान की नर्सरी रखकर 16 दिनों में रोपाई की गई है,और रोपाई में 1 से 2 पौधे ही लगाए गए थे,जिसमें मात्र 45 दिनों में ही धान की फसल 2 फिट की हो चुकी है तथा धान के 1-2 पौधे में 20 शाखाएं आ चुकी है।इस प्रकार धान की उत्तम फसल देखने को मिल रही है जिसके फलस्वरूप विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जैविक धान की अधिक उत्पादन होगा।
अतः इसी तरह सभी कृषक भी जैविक कृषि को अपनाकर फसल की अधिक पैदावार ले सकते है,भूमि को उपजाऊ एवं सुधार मिलेगी और मानव जीवन भी स्वस्थ रहेगा,व सभी किसान बंधुओ से जैविक खेती करने से अपील की गई।