गंगा दशहरा पर गंगा की लहरों पर कई दीये होते हैं रोशन
मुंबई
गंगा नदी केवल शुचिता ही नहीं देती है, बल्कि भारत के सार को संजोती है। भक्त इस पवित्र नदी से समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं। गंगा दशहरा के दौरान गंगा की लहरों पर कई दीये रोशन होते हैं, जिससे शांति और उदारता का अहसास होता है। यह त्यौहार बड़े ही उत्साह और जोश के साथ उन विभिन्न राज्यों में खुशी से मनाया जाता है, जहाँ गंगा बहती है।
इस अवसर पर एण्डटीवी के कलाकार नेहा जोशी (यशोदा, ‘दूसरी माँ’), योगेश त्रिपाठी (दरोगा हप्पू सिंह, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और विदिशा श्रीवास्तव (अनीता भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’) इस त्यौहार के महत्व और रिवाजों के बारे में बात कर रहे हैं। ‘दूसरी माँ’ में यशोदा का किरदार निभा रहीं नेहा जोशी ने कहा, गंगा दशहरा को गंगावतरण भी कहा जाता है और यह पवित्र गंगा के स्वर्ग से धरती पर उतरने की याद दिलाता है। यह त्यौहार मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड में मनाया जाता है।
योगेश त्रिपाठी ऊर्फ ‘हप्पू की उलटन पलटन’ के दरोगा हप्पू सिंह ने कहा गंगा दशहरा उन दस पवित्र वैदिक गुणों का उत्सव है, जो विचारों, शब्दों और कर्मों से जुड़े दस पापों को दूर कर देने की गंगा की क्षमता के प्रतीक हैं। जैसा कि मेरी माँ हमेशा कहती हैं, भक्तों को सुख और मुक्ति मिलती है। ‘भाबीजी घर पर हैं’ में अनीता भाबी का किरदार निभा रहीं विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, श्रद्धालु सौभाग्य का आशीर्वाद पाने के लिये पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं। मैं अपने बचपन में गंगा के शांत घाटों के पास बड़ी खुशी से खेलती थी और मैंने त्यौहार के दौरान उसके बहते पानी में अनगिनत दीयों का मोहक दृश्य देखा है।