रायपुर : मुख्यमंत्री मितान योजना : 76 हजार लोगों को घर पर मिला शासकीय दस्तावेज और प्रमाण-पत्र
स्लम स्वास्थ्य योजना और दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से राज्य के 1.31 करोड़ से अधिक लोगों को मिला मुफ्त इलाज
श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल से दवा खरीदकर लोगों ने बचाए 102 करोड़ रूपए
अस्पतालों और कार्यालयों में लंबी लाईनों से मिला छुटकारा
प्रदेश में लोगों को समय, पैसे और श्रम से राहत देने मुख्यमंत्री मितान योजना, स्लम स्वास्थ्य योजना, दाई-दीदी क्लीनिक और श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना का संचालन किया जा रहा है। नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से संचालित इन योजनाओं के माध्यम से अब तक 1 करोड़ 31 लाख से ज्यादा लोगों को मोहल्ले में ही एम्बुलेंस के जरिए निःशुल्क इलाज मिला है। इन योजनाओं से अस्पतालों और शासकीय कार्यालयों में लाइन में खड़े होने और अनावश्यक खर्चों से लोगों को राहत मिली है। गौरतलब है कि लोगों को घर बैठे शासकीय दस्तावेजों से संबंधित सेवाएं देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मितान योजना का मई 2022 को शुभारंभ किया गया है।मेडिकल यूनिट के माध्यम से घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। योजना का विस्तार करने के उद्देश्य सभी नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में 31 मार्च 2022 से प्रारंभ किया गया है। योजना के पात्र हितग्राही निकाय क्षेत्र के सभी नागरिक है। स्लम क्षेत्र में निवास करने वाले नागरिकों को प्राथमिकता प्रदान की जाती है।
60 लाख लोगों को मिली सस्ती दवाईयां-
श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना अंतर्गत प्रदेश के सभी 169 नगरीय निकायों में 195 दुकानें शुरू की जा चुकी हैं। इन दुकानों में 329 जेनेरिक दवाएं, 28 सर्जिकल आइटम आदि उपलब्ध है। यह योजना आमजनों को ब्रांडेड जेनेरिक दवाईयां और सर्जिकल आइटम्स की सस्ती दरों पर नियमित आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इन दुकानों में शासकीय चिकित्सकों को पर्ची पर जेनेरिक दवाई लिखना अनिवार्य किया गया है। श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना के तहत 167.52 करोड़ रूपए एमआरपी की दवाइयों के विक्रय पर 60 लाख से ज्यादा हितग्राहियों को 101.89 करोड़ रूपए की राशि की बचत का लाभ मिल चुका है। दवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इन दुकानों में देश की ख्यातिप्राप्त कंपनियों की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने की शर्त रखी गई है। उपलब्ध दवाइयों में सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, इंसुलीन आदि सम्मिलित रहेगी। साथ ही साथ गंभीर बीमारियों की दवा, एंटीबायोटिक, सर्जिकल आइटम भी न्यूनतम 50 प्रतिशत की भारी छूट के साथ उपलब्ध है।
1.52 लाख महिलाओं को मिली घर पहुंच स्वास्थ्य सेवा-
दाई-दीदी क्लीनिक योजना अंतर्गत संपूर्ण महिला स्टाफ के साथ मेडिकल यूनिट झुग्गी-बस्तियों में जाकर महिलाओं का इलाज कर रही है। अब तक 2,036 शिविरों के माध्यम से 1.52 लाख हजार महिलाओं को निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराई गई है। योजना अंतर्गत शिविर लगाकर अब तक 29 हजार से ज्यादा महिलाओं का लैब टेस्ट और 1.44 लाख से ज्यादा महिलाओं को निशुल्क दवा का वितरण किया जा चुका है।
हाट बाजार क्लीनिक योजना से 84 लाख लाभान्वित
राज्य के ग्रामीण अंचलों के विशेषकर पहाड़ी और दूरस्त वनांचलों में स्वास्थ्य सुविधाएं तेजी से पहुंच रही है। स्वास्थ्य विभाग का अमला हाट बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 1.50 लाख से अधिक हाट बाजार क्लीनिक का आयोजन किया जा चुका है और इसके माध्यम से 84 लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है।
प्रदेश के हाट बाजार में आयोजित किए जा रहे क्लीनिकों में लोगों को उपचार के साथ-साथ निःशुल्क दवाईयां और पैथोलॉजी की सुविधाएं मिल रही है। योजना के अंतर्गत राज्य में 429 डेडिकेटेड ब्राडिंग वाहन और चिकित्सा दलों के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में लोगों का इलाज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना से बस्तर-सरगुजा सहित राज्य के अन्य दुर्गम इलाकों में रहने वाले लोगों को परेशानी कम हुई है। इस योजना से महिलाओं और बच्चों के पोषण में सतत् निगरानी तो हो ही रही है साथ ही बस्तर में मलेरिया उन्मूलन अभियान को गति मिली है। इन इलाकों में महिलाओं और बच्चों में पोषण स्तर की जांच और कुपोषण के रोकथाम के लिए भी यह योजना सहायक साबित हुई है।