टेलीस्कोप से चांद व शुक्र को देखने पाटन क्षेत्र के असोगा गांव में उमड़े लोग
भिलाई
आमतौर पर लोग अपने नग्न आंखों से या चित्र-चलचित्र के माध्यम से चांद तारों को देखते आएं हैं तथा पुस्तक पत्रिकाओं में अंतरिक्ष से संबंधित जानकारियां प्राप्त करते रहे हैं। पाटन तहसील क्षेत्र के लोगों के लिए सोमवार 29 मई का दिन चांद तारों को देखने के मामले में एक अलग ही अनुभूति लिए हुए रहा जहां आयोजकों ने खगोलीय न्यूटोनियन टेलिस्कोप के माध्यम से खगोलीय पिंडो को साक्षात दिखाने का प्रयोग किया।
इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को आमंत्रित भी किया गया। विज्ञान से संबंधित इस इलाके के अपने तरह के इस अभिनव आयोजन में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक, अधिकारी – कर्मचारी, पत्रकार, बच्चे युवा बुजुर्ग महिला पुरूषों और जन प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भागीदारी की। छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा, सोशल जस्टिस लीगल फाउंडेशन एवं सतनामी आसरा पाटन के संयुक्त तत्वावधान में लोगों को हमारे यूनिवर्स से परिचित कराने के उद्देश्य से पाटन तहसील क्षेत्र के असोगा गांव में 29 मई सोमवार को शाम 6 बजे से शुक्र ग्रह और चंद्रमा के क्रेटर्स का रिफ्लेक्टर टेलिस्कोप से स्काई वाचिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्रोत व्यक्ति, पूर्व अपर कलेक्टर तथा कार्यकारी अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा विश्वास मेश्राम के मार्गदर्शन में यह रात्रिकालीन आकाश दर्शन का कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर विज्ञान सभा की टीम ने विभिन्न तारामंडलों और नक्षत्रों की पहचान भी कराई और विद्यार्थियो व लोगों के ढेर सारे सवालों के जवाब दिए।
आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक शिक्षादूत राजेन्द्र मारकण्डे ने बताया कि इस आयोजन में भूगोल, खगोल विज्ञान भौतिक विज्ञान और मानविकी के विषय पढ?े वाले बच्चे एवं अंतरिक्ष से संबंधित जानकारी प्राप्त करने वाले युवा एवं महिला व बड़े बुजुर्ग ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर स्काई वाचिंग का आनंद लिया। उन्होने अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित अपने पूर्व जानकारी व पढ़ें हुए तथ्यों को पुष्ट किया और सवालों की झड़ी लगा कर अपने भ्रम दूर किए। उन्होने आने वाले समय में लोगों में वैज्ञानिक सोच के साथ व्यापक प्रचार प्रसार के लिए, अपनी भागीदारी के साथ, छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा की पाटन इकाई का गठन की मांग की।
इस अवसर पर विश्वास मेश्राम पूर्व अपर कलेक्टर एवं कार्यकारी अध्यक्ष विज्ञान सभा, एल उमाकांत पूर्व महाप्रबंधक भिलाई इस्पात संयंत्र, विज्ञान कार्यकर्ताओ इंजी. अशोक धवले, चित्रसेन कोसरे, रचना व भूमिका ने लोगों के सामने खगोल विज्ञान से संबंधित रोचक तथ्य रखें।