ओडिशा ट्रेन हादसाः दो सबसे ‘खौफनाक’ कोच में शुरू हुआ ऑपरेशन, बढ़ेगा मौत का आंकड़ा?
भुवनेश्वर
ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास तीन ट्रेनों की भीषण दुर्घटना में अब तक मरने वालों के आंकड़ा 294 पहुंच चुका है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि अभी और भी लोग मलबे में फंसे हैं। इतना समय होने के बाद अब दबे लोगों की बचे होने की भी गुंजाइश ना के बराबर है। एनडीआरएफ और सेना ने अब आखिरी दो सबसे खतरनाक कोच में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। हालांकि आशंका यही जताई जा रही है कि इन कोच में कोई भी जीवित नहीं बचा होगा।
कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकराई बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दो कोच ऐसी स्थिति में थे कि समझ में ही नहीं आ रहा था कि लोगों को कैसे निकाला जाए। इस ट्रेन के कोच कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच में घुस गए थे। इन दो जनरल कंपार्टमेंट से लोगों को निकालने में सेना को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं इन दो कोचों का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी पूरा नहीं हो पाया।
रेल मंत्री और ममता बनर्जी में हो गई थी बहस
दुर्घटना में मौत के आंकड़ों को लेकर मौके पर ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनि वैष्णव के बीच बहस हो गई। ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते वक्त कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों से सुना है कि मरने वालों की संख्या 500 के आसपास हो सकती है। वहीं वैष्णव ने बीच में ही टोकते हुए कहा कि आधिकारिक आंकड़े 238 हैं। वहीं शाम होते-होते मरने वालों का आंकड़ा 294 हो गया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, उन दो कोचों को काटकर खोलना बेहद मुश्किल है। इसमें दर्जनों शव होने की आशंका है। कुछ हमारे जवान किसी तरह से बोगी को काटकर अंदर दिखिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि इसमें किसी के जीवित होने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक दोनों कोचों को क्रेन से उठाया नहीं जाता तब तक यह कहना मुश्किल होगा कि सारे लोगों को निकाल लिया गया है। दिक्कत यह भी है कि क्रेन इनके बहुत पास नहीं जा सकती क्योंकि कोच उलटकर क्रेन पर ही गिर सकते हैं। अभी यही तरीका है कि बोगी को काटकर अंदर जाया जाए। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।