हार्दिक पंड्या ने टेस्ट क्रिकेट को कुछ ज्यादा ही आसानी से छोड़ दिया, पूर्व खिलाड़ी ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली
साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर लांस क्लूजनर का मानना है कि भारतीय हरफनमौला हार्दिक पांड्या ने टेस्ट क्रिकेट को आसानी से छोड़ दिया। 2018 एशिया कप के दौरान लगी चोट के बाद हार्दिक पांड्या का करियर लगभग खत्म होने की कगार पर था। इस पीठ की चोट की वजह से वह काफी परेशान रहते थे। हार्दिक पांड्या ने अपनी चोट से उबरने के बाद लिमिटेड ओवर क्रिकेट पर ही ध्यान दिया और टेस्ट क्रिकेट ना खेलने का मन बनाया। हालांकि अधिकारिक रूप से उन्होंने संन्यास नहीं लिया है। मगर टेस्ट क्रिकेट से उनकी यह दूरी भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में जरूर खलेगी।
हार्दिक पंड्या ने कुछ महीने पहले कहा था, 'ईमानदारी से कहूं तो नहीं। मैं अपने जीवन में नैतिक रूप से बहुत मजबूत हूं। मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए 10 फीसदी भी वर्क नहीं किया है। सच कहूं तो इसका एक प्रतिशत भी हिस्सा भी नहीं हूं। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए जाना और किसी की जगह लेना नैतिक रूप से मेरे लिए अच्छा नहीं होगा। अगर मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं, तो मैं कड़ी मेहनत से गुजरूंगा। मैं अपनी पोजीशन हासिल करूंगा और फिर वापस आऊंगा। इसलिए मैं वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप और निकट भविष्य होने वाले मैचों के लिए तब तक उपलब्ध नहीं रहूंगा, जब तक मुझे यह नहीं लगता कि मैंने अपना स्थान अर्जित कर लिया है।'
अब साउथ अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी ने हार्दिक के बारे में राय देते हुए कहा है 'वह (पांड्या) एक शानदार क्रिकेटर हैं और अगर वह फिट रह सकते हैं और 135+ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना जारी रखते हैं, तो वह हमेशा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक के रूप में चुनौतीपूर्ण रहेंगे।'
यह पूछने पर कि क्या पंड्या ने टेस्ट क्रिकेट को कुछ ज्यादा ही आसानी से छोड़ दिया, क्लूजनर ने कहा, 'हां, शायद। टेस्ट क्रिकेट हमेशा परीक्षण का शिखर होता है जहां आप एक क्रिकेटर के रूप में होते हैं, और खुद को परखते हैं।'