November 23, 2024

CWG 2022: बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने जीता गोल्ड मेडल, देश को दिलाया 19वां स्वर्ण

0

बर्मिंघम
पीवी सिंधु ने महिला एकल मुकाबले में कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया है. इस मैच में सिंधु शुरुआत से ही बेहतरीन लय में दिख रही थीं और आसानी से यह मुकाबला अपने नाम किया. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सिंधु कोई मुकाबला नहीं हारी हैं. हालांकि, टीम इवेंट में भारत को रजत के साथ संतोष करना पड़ा था, लेकिन महिला एकल में सिंधु ने सोना दिलाया है. इसके साथ ही भारत पदक तालिका में न्यूजीलैंड को पछाड़कर चौथे नंबर पर पहुंच गया है.

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने सोमवार को फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को सीधे गेम में हराकर राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन महिला एकल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता. दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने दुनिया की 13वें नंबर की मिशेल को 21-15, 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में उनके खिलाफ हार का बदला भी चुकता कर दिया. सिंधू ने साल 2014 में कांस्य पदक जीता था, जबकि मिशेल स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं थी.

मिशेल के खिलाफ 11 मैच में यह सिंधु की नौवीं जीत है. सिंधु का राष्ट्रमंडल खेलों में यह तीसरा व्यक्तिगत पदक है. उन्होंने साल 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में भी रजत पदक जीता था. सिंधु मौजूदा खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारत की मिश्रित टीम का भी हिस्सा थीं, जिसे फाइनल में मलेशिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. फाइनल में सिंधु के बाएं पैर में पट्टी बंधी थी, जिससे कुछ हद तक उनकी मूवमेंट प्रभावित हुई और इसका असर उनके प्रदर्शन पर भी दिखा. उन्होंने कुछ मौकों पर मिशेल को आसान अंक बनाने का मौका दिया. सिंधु ने रैली में बेहतर प्रदर्शन किया और उनके ड्रॉप शॉट भी दमदार थे. मिशेल ने काफी सहज गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा.

भारत का बर्मिंघम खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता का यह चौथा पदक है. इससे पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल, जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते. मिशेल ने पहले गेम में काफी सहज गलतियां की. उन्होंने कई शॉट बाहर मारे और नेट पर भी उलझाए. उनके क्रॉस कोर्ट और सीधे दोनों स्मैश हालांकि दमदार से जिससे सिंधू को परेशानी हुई, क्योंकि वह तेजी से मूव नहीं कर पा रही थी.

पहले गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच प्रत्येक अंक के लिए संघर्ष देखने को मिला. सिंधु ने लगातार तीन अंक के साथ 3-1 की बढ़त बनाई, लेकिन मिशेल ने 3-3 पर स्कोर बराबर कर दिया. मिशेल ने 7-7 के स्कोर पर लगातार दो शॉट बाहर मारे, जिससे सिंधु ने 9-7 की बढ़त बना ली. मिशेल ने इसके बाद दो और शॉट बाहर मारे, जिससे सिंधु ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाने में सफल रहीं. कनाडा की खिलाड़ी ने ब्रेक के बाद लगातार दो शॉट नेट पर और एक बाहर मारा, जिससे सिंधु ने 14-8 की मजबूत बढ़त बना ली. सिंधु ने इस बढ़त को 16-9 किया.

मिशेल ने स्कोर 15-18 किया. सिंधु ने ड्रॉप शॉट से अंक जुटाया और फिर मिशेल के नेट पर शॉट मारने पर पांच गेम प्वाइंट हासिल किए. सिंधु ने मिशेल के शरीर पर शॉट खेलकर पहला गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में भी सिंधु ने बेहतर शुरुआत की. मिशेल की गलतियां कम होने का नाम नहीं ले रही थी. वह लगातार शॉट नेट पर और बाहर मार रही थीं, जिसका फायदा उठाकर सिंधु ने 8-3 की बढ़त बना ली. मिशेल ने नेट पर शॉट उलझाया, जिससे सिंधु ब्रेक तक 11-6 से आगे हो गईं.

मिशेल इसके बाद वापसी करते हुए स्कोर 11-13 करने में सफल रहीं. कनाडा की खिलाड़ी ने इसके बाद लगातार दो शॉट नेट पर मारकर सिंधु को 15-11 की बढ़त बनाने का मौका दे दिया. सिंधु ने बढ़त को 19-13 किया. मिशेल के शॉट बाहर मारने से सिंधु को सात चैंपियनशिप अंक मिले, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने तेजतर्रार क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया.

भारत के पदक विजेता
19 स्वर्णः मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टीटी पुरुष टीम, सुधीर, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया, विनेश, नवीन, भाविना, नीतू, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन, शरत-श्रीजा, पीवी सिंधु
15 रजतः संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक, प्रियंका, अविनाश साबले, पुरुष लॉन बॉल टीम, अब्दुल्ला अबोबैकर, शरथ-साथियान, महिला क्रिकेट टीम, सागर
22 कांस्यः गुरुराजा, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मिन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी टीम, संदीप कुमार, अन्नू रानी, सौरव-दीपिका, किदांबी श्रीकांत, त्रिषा-गायत्री

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *