Ladli Bahana Yojana के तहत 10 जून से खाते में आएगी राशि, 1 करोड़ से ज्यादा को मिलेगा लाभ
भोपाल.
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर है। 10 जून को संस्कारधानी से योजना की राशि का अंतरण किया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 10 जून को राज्य स्तरीय कार्यक्रम पूरी गरिमा के साथ हो। इस दिन बहनों के खातों में सिंगल क्लिक से एक-एक हजार रूपए की राशि अंतरित की जाएगी। सीएम शिवराज ने झाबुआ में उपस्थित सभी बहनों से आग्रह किया कि 10 जून की शाम को जब लाड़ली बहना योजना की राशि उनके खाते में डाली जायेगी तो वे उत्सव ज़रूर मनाये, अपने घरों में एक दीपक ज़रूर जलाएँ।
10 जून को खाते में आएगी राशि
झाबुआ में महिला सम्मेलन में शामिल हुए सीएम शिवराज ने कहा है कि मेरी जिंदगी का मकसद बहनों की जिन्दगी को बेहतर बनाना है। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिये अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं में से अनूठी लाड़ली बहना योजना से बहनों में आत्म-निर्भरता आयेगी। आगामी 10 जून को बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपये की राशि अंतरित की जायेगी। बहनें अगले दिन 11 जून को इस राशि का बैंक आहरण कर सकेंगी। महिलाओं के हित में संचालित योजनाओं की मैदानी स्तर पर निगरानी के लिये हर गाँव में लाड़ली बहना सेना बनाई जा रही है। बहनें बेहिचक योजनाओं के क्रियान्वयन में होने वाली गड़बड़ियों की जानकारी मुझे दें। मैं गड़बड़ी करने वालों को छोडूंगा नहीं।
मेरा संकल्प हर बहन की मासिक आय हो 10000
सीएम चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोई बहन गरीब नहीं रहेगी और न ही मजबूरी में जीवन बितायेंगी। मैं अपनी बहनों की आँखों में आँसू नहीं आने दूंगा। लाड़ली बहना योजना से बहनें अपनी जरूरत एवं परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगी। आजीविका मिशन से महिलाओं को जोड़ कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा रहा है। मेरा संकल्प है कि प्रत्येक बहन की मासिक आय 10 हजार रूपये हो जाये। उन्होंने बहनों को स्व-सहायता समूहों से जुड़ने का आहवान किया। अब एक नया ज़माना आया है, जहाँ महिलाएँ अधिक सशक्त होंगी। मैं वचन देता हूँ कि जिऊँगा तो बहनों के लिए और कभी मरना पड़ा तो मरेंगे भी अपनी बहनों के लिए।
पूर्व सरकार ने जो योजनाएं बंद की, हमने फिर शुरू कर दी
सीएम चौहान ने कहा कि मैं झाबुआ को प्रणाम करता हूँ, यहाँ बेटा और बेटी में भेदभाव नहीं किया जाता। मैंने अनेक जगह बेटियों के साथ भेदभाव होते देखा था। समाज की इस मानसिकता को बदलने के लिये प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू की गई। योजना से बेटियाँ अब बोझ नहीं वरदान मानी जा रही हैं। बहनों को सम्मान देने के लिये हमने स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं के लिये किया है। इसी का परिणाम है कि आज हमारी बहुत सी बहनें पंच-सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य एवं अध्यक्ष बनी हैं। बेटियों को पुलिस, शिक्षा सहित अन्य शासकीय भर्तियों में भी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। मध्यप्रदेश में पूर्व की सरकार ने जो योजनाएँ बंद कर दी थी, उन्हें हमने पुनः प्रारम्भ किया है।
25-25 हज़ार रूपये की सम्मान राशि भेंट
झाबुआ में जनजातीय दलों ने भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी। महिलाओं ने लाड़ली बहना योजना पर केन्द्रित संदेशपरक नाटिका की प्रस्तुति भी दी। इस मौके पर सीएम चौहान ने दोनों दलों को 25-25 हज़ार रूपये की सम्मान राशि भेंट करने की घोषणा की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। साथ ही बहनों को लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति-पत्र और हितलाभ वितरित किये। वही सीएम ने झाबुआ प्रवास पर वार्ड क्रमांक 16 की उदयपुरिया बस्ती में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति-पत्र वितरित किये। मुख्यमंत्री ने घर-घर जाकर बहनों को स्वयं स्वीकृति-पत्र देकर परिवार की कुशल-क्षेम जानी।
इस तरह होगा पूरा कार्यक्रम
- राज्य स्तरीय कार्यक्रम का 10 जून शाम को 6 बजे जबलपुर से सीधा प्रसारण किया जाएगा।
- कार्यक्रम के बाद दीपोत्सव मनाया जायेगा।लाड़ली बहनें इस दिन अपने घरों में दीप अवश्य जलाएँ।
- राज्य स्तरीय र्कायक्रम में जिले के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी होगा।
- लाड़ली बहनों द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जायेगी। बहनों द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया जाएगा।
- विशिष्ट कलाकारों द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी।
- कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए जिले में पिंक साइकिल रैली, चित्रकला प्रतियोगिता, चलचित्र, नाटक आदि गतिविधियाँ भी होंगी।
- योजना में एक करोड़ 25 लाख 6 हजार 186 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 26 हजार 959 आवेदन अपात्र पाए गए हैं। स्वीकृति-पत्रों का वितरण 7 जून तक किया जायेगा।
- प्रदेश में 8 जून को विशेष ग्राम सभाएँ होगी। जन-प्रतिनिधियों द्वारा 30 प्रतिशत स्वीकृति-पत्र लाड़ली बहनों के घर वितरित कर दिए गए हैं। शेष स्वीकृति-पत्रों का वितरण शीघ्र कर दिया जाएगा।