WTC फाइनल में क्या भारत दोहरा पाएगा 22 साल पुराना इतिहास? 2001 चेन्नई टेस्ट में भी हुआ था ऐसा
नई दिल्ली
ट्रेविस हेड (146*) के शतक और स्टीव स्मिथ की नाबाद 95 रन की पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले के पहले दिन भारत पर शिकंजा कस लिया है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक कंगारुओं ने 3 विकेट के नुकसान पर बोर्ड पर 327 रनों का विशाल स्कोर लगा दिया है। भारतीय फैंस के साथ टीम इंडिया के खिलाड़ी भी अपने इस प्रदर्शन से काफी निराश दिखे। हालांकि अभी मैच के चार दिन बाकी है और भारत के पास वापसी करने का शानदार मौका है। अगर आपको लगता है कि टीम इंडिया यहां से वापसी नहीं कर सकती, तो शायद आपको 2001 चेन्नई टेस्ट याद करने की जरूरत है। वहां पर भी भारत की हालत कुछ ऐसी ही थी।
ऑस्ट्रेलिया ने 2001 चेन्नई टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करते हुए, मैच के पहले दिन बोर्ड पर 3 विकेट के नुकसान पर 326 रन लगाए दिए थे। भारत उस मैच में भी बिल्कुल बैकफुट पर था, किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत यहां से मैच जीत सकता है। मगर दूसरे दिन टीम इंडिया ने कंगारुओं को 391 रनों पर ढेर कर मैच में जान फूंकी। भारत ने इसके बाद पहली पारी में 501 रनों का विशाल स्कोर बनाकर ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में कंगारू 264 रनों पर सिमट गए और भारत को जीत के लिए 155 रनों का लक्ष्य मिला। टीम इंडिया इस मैच में 2 विकेट से जीतने में कामयाब रही थी।
रोहित शर्मा एंड कंपनी को अब ओवल में 22 साल पुराने इस इतिहास को दोहराने की जरूरत है। टीम इंडिया के गेंदबाजों को यहां कंधे नहीं झुकाने होंगे और मैच के दूसरे दिन भारत को ऑस्ट्रेलिया पर पलटवार करने की जरूरत है। अगर हेड और स्मिथ की इस साझेदारी को दिन की शुरुआत में ही भारत तोड़ने में सफल रहता है तो वह कंगारुओं को जल्द समेट सकता है। टीम इंडिया का पहला पड़ाव कंगारुओं का चौथा विकेट ही है।