‘सृष्टि’ को बचाने की जंग जारी, अब रोबोट टीम बचाएगी बोरवेल में गिरी मासूम को
सीहोर.
सीहोर जिले में खेलते-खेलते बोरवेल में गिरी ढाई साल की सृष्टि को बचाने की जंग जारी है। आज रेस्क्यू ऑपरेशन का तीसरा दिन है। भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिली। दिल्ली से तीन सदस्यीय रोबोट टीम सीहोर पहुंच गई है जो बच्ची को बाहर निकालने की कोशिश करेगी।
रेस्क्यू ऑपरेशन में इसलिए दिक्कत आ रही है क्योंकि वह फिसल कर करीब 100 फीट की गहराई में चली गई है। मासूम बच्ची मंगलवार दोपहर को खेलते हुए मुंगावली गांव के एक खेत में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी।
दिल्ली टीम पहुंची सीहोर
दिल्ली से बुलाई गई तीन सदस्यीय टीम सीहोर पहुंच गई है और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बच्ची को बाहर निकालने में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ-साथ सेना को भी सफलता नहीं मिली। सीहोर जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम ने कुछ दिनों पहले जामनगर में ऐसे ही मामले में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था जिसमें कामयाबी हासिल की थी। रोबोट टीम के एक्सपर्ट महेश ने बताया कि हमने फर्स्ट डाटा ले लिया है, अभी डाटा प्रोसेस हो जाएगा तो हमें पता चल जाएगा कि क्या स्थिति है। यह गुजरात से ऑपरेट होगा, कार्य जारी है। इसके साथ ही ऑपरेशन में तेजी आ गई है। प्रशासन ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों को निर्देशित किया है कि सभी तैयारियां रखें।
35 फीट तक पहुंची थी सेना
सीहोर जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष तिवारी ने बुधवार को कहा, 'जब वह नीचे गिरी, तब 50 फीट पर थी। अब खुदाई और ड्रिलिंग के कंपन के कारण वह बोरवेल में 100 फीट नीचे फिसल गई है। सेना की टीम अब तक 35 फीट गहराई तक पहुंच चुकी है।' सेना की रेस्क्यू टीम ने रॉड और रस्सी डालकर बच्ची को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। अधिकारियों ने कहा कि यह पथरीली भूमि है इसलिए टीम को बचाव कार्य में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
रोबोट टीम को बुलाया
बुधवार को सीहोर के पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बताया था, 'एक टीम, जो बचाव के लिए रोबोट का उपयोग करती है, उसे दिल्ली से बुलाया गया है। इसके अलावा राजस्थान से भी एक टीम बुलाई गई है, जो बोरवेल से बच्चों को बचाने के लिए पारंपरिक तरीके का उपयोग करती है। टीमें यहां देर रात पहुंचेंगी। हम आज रात तक बचाव अभियान पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।' अधिकारियों ने यह भी कहा कि लड़की बिल्कुल भी हिल-डुल नहीं रही है। उसे लगातार ऑक्सीजन दिया जा रहा है लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। एंबुलेंस और डॉक्टर साइट पर मौजूद हैं।