बोरवेल में सीहोर की ‘सृष्टि’, निकालने के लिए अब ‘रोबोट’ रेस्क्यू टेक्निक; 100 फीट नीचे फंसी
सीहोर
मध्य प्रदेश के सीहोर के मुंगावली में खेत में खुले बोरवेल में गिरी सृष्टि को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. मंगलवार को दोपहर बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. तभी से लगातार बचाव अभियान जारी है. जिला पुलिस और एनडीआरफ की टीम लगातार लगभग 48 घंटों से बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने में लगी है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. जिसके बाद आज दिल्ली से रोबोटिक टीम को बुलाया गया. रोबोटिक टीम ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले सृष्टि की लोकेशन का पता लगाया.
बोरवेल में फंसी सृष्टि को निकालने के लिए तीसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान जारी है। बुधवार को एनडीईआरएफ व एसडीईआरएफ के प्रयास विफल होने के बाद बैरागढ़ ईएमई सेंटर से सेना के जवानों को बुलाया गया था। आर्मी जवान 300 फीट गहरे बोरवेल में 100 फीट की दूरी पर फंसी सृष्टि को राड हुक से 90 फीट तक ऊपर ले आए थे, लेकिन दस फीट पहले वह छूटकर गिर गई। बताया जा रहा है कि बच्ची फिसलकर करीब 150 फीट नीचे पहुंच गई है। इसके बाद सेना ने दूसरी बार प्रयास करने में अक्षमता जताई। इसके बाद दिल्ली व जोधपुर से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है, वहीं दो राक ड्रिल मशीन से गड्ढे खोदे जा रहे हैं।
प्रशासन ने बताया कि महाराष्ट्र से एक रोबोट मंगाया जा रहा है, जिसकी मदद से बच्ची को बाहर निकाला जाएगा। वहीं लोगों ने मांग की है कि जिसने यह लापरवाही की है, उसे कठोर सजा मिले। उसने बोर को खुला छोड़ा, जिससे हमारी बच्ची उसमें गिर गई। मैं यह कहती हूं कि यदि अब खुले बोरवेल मिले तो सख्त कार्रवाई के साथ जुर्माना लगाया जाए।
आज तीसरा दिन मासूम की जिंदगी के लिए प्रार्थना
बोरवेल के समानांतर मंगलवार से लगातार खुदाई हो रही है। यहां 12 फीट के बाद मजबूत पत्थर आना शुरू हो गया था, जिसको लगातार हाइड्रोलिक ब्रेकन, राक ड्रिल मशीन, पोकलेन मशीन के पत्थर तोड़ने से हुए कंपन के कारण बच्ची और नीचे खिसक रही है। बुधवार शाम तक करीब 35 फीट गड्ढा खोदा जा चुका था और लगातार खुदाई जारी है। दूसरी ओर शहर के बड़ा बाजार स्थित पिपलेश्वर महादेव मंदिर में सृष्टि को बोरवेल से सकुशल बाहर आने की कामना को लेकर हनुमान चालीसा का पाठ, गायत्री मंत्र के जाप के अलावा भगवान शिव के मंत्रों से प्रार्थना की गई।