स्टिंग ऑपरेशन में बड़ा दावा- स्वामी प्रसाद मौर्य गालीबाज श्रीकांत त्यागी के गॉडफादर?
नोएडा
गालीबाज श्रीकांत त्यागी किस पार्टी का नेता है? भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) त्यागी से अपना पल्ला झाड़ चुकी है तो वहीं उसकी तस्वीरें कुछ दूसरे दलों के नेताओं के साथ भी सामने आई है। अब एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में त्यागी को लेकर भाजपा के विधायक अतुल गर्ग ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ही त्यागी को 'दहेज' में लाए थे। उधर स्वामी प्रसाद मौर्य ने त्यागी के साथ संबंधों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि वह त्यागी से अकेले नहीं मिले हैं। हालांकि, दोनों की कई तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें दोनों अकेले में मिलते और बातचीत करते दिख रहे हैं।
स्टिंग में भाजपा के विधायक अतुल गर्ग कहते हैं कि त्यागी किसी पार्टी का नेता नहीं है, बल्कि वह सभी दलों के नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाता है। वह यह भी कहते हैं कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि उसे 18 बाउंसर कैसे चलते थे। किस हैसियत से गनर मिले, किसने दिलाए? अतुल खुफिया कैमेर पर कहते हैं, ''यह सपा का आदमी है, यह बसपा का आदमी है। इसकी शुरुआत हुई स्वामी प्रसाद मौर्य से, मौर्य के साथ दहेज में आया था। स्वामी प्रसाद मौर्य के घर का आदमी है। स्वामी प्रसाद मौर्या से तलाक के बाद दहेज रह गया, मौर्य चला गया।''अतुल आगे कहते हैं कि स्वामी चले गए तो इन्होंने भी तय किया जाने का फिर रणनीति बनाई की फरवरी तक इंतजार करते हैं। बीजेपी इसे अपना नहीं मानती है। यह बीजेपी को अपना मानता है।
स्वामी प्रसाद मौर्य से जब चैनल ने अतुल गर्ग के आरोपों पर सफाई मांगी तो उन्होंने कहा कि वह पहले से ही भाजपा में था। चार पांच साल पहले कभी मिला था। लेकिन किसी मंत्री के यहां बिना किसी भेदभाव के साथ सब जाते हैं मिलने के लिए। वह भाजपा किसान मोर्चे का पदाधिकारी रहा है। कई आपराधिक मामलों में वांछित रहा है। मीडिया के जरिए मालूम हुआ कि जमीन घोटाले में भी उसका नाम है। भाजपा का आदमी नहीं होता तो चार पांच गनर कैसे मिलते। आज जब भाजपा पर पाप के छीटें पर रहे हैं तो वह किसी और पर डालने की कोशिश है। जब भी मिला हूंगा तो भीड़ में मिला हूंगा। मैंने तो भाजपा में उनको शामिल कराया जो बसपा छोड़कर आया था, वह तो बसपा में था नहीं, उसे भाजपा में कैसे लेकर जाता?