दरभंगा एम्सः नीतीश ने कहा- केंद्र के दिमाग में कुछ गड़बड़, वहीं बनेगा एम्स; शोभन साइट का फिर भेजा जाएगा प्रस्ताव
पटना
दरभंगा एम्स पर सियासी घमासान छिड़ गया है। नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के बीच तलवार खिंच जाने जैसी स्थिति बन गयी है। इस बीच बिहार सरकार ने तय किया है कि दरभंगा एम्स के लिए एकमी-शोभन बाईपास पर चिह्नित 189 एकड़ जमीन का प्रस्ताव केंद्र सरकार को फिर से भेजा जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से इस जमीन पर एम्स बनाने से इनकार करने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि राज्य सरकार ने दरभंगा में जिस जमीन को चिह्नित किया है, वह उपयोगी और उपयुक्त स्थान पर है। इस जमीन के अलावा दरभंगा में एम्स के लिए इतनी जमीन उपलब्ध कराना संभव नहीं है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार के दिमान में कुछ और बात है जिससे यह स्थिति बनी है।
डीएमसीएच परिसर में एम्स का निर्माण नामुमकिन
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि विभाग की ओर से जल्द ही उक्त जमीन का प्रस्ताव फिर से केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। विभाग का मानना है कि डीएमसीएच परिसर में एम्स का निर्माण नामुमकिन है। इसका परिसर छोटा होने के साथ ही यह इलाका अतिव्यस्तम भी है। यहां आने-जाने में लोगों को परेशानी होगी। जबकि डीएमसीएच से अलग एम्स बनने के कई फायदे होंगे। शहर के बाहर एम्स महज पांच किलोमीटर की दूरी पर होगा। आमस-दरभंगा फोरलेन से सटे होने के कारण पांच से सात मिनट में वहां आया-जाया जा सकेगा।
दूसरा फायदा यह होगा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अगर एम्स बनता है तो साधारण अस्पताल की तरह ही होगा। अब दोनों विशेष अस्पताल के रूप में होंगे। शहर से बाहर एम्स बनने से उन इलाकों के विकास का रास्ता भी खुलेगा। उत्तर बिहार के दर्जन भर जिले के साथ ही नेपाल के लोग भी यहां आसानी से इलाज करा सकेंगे। केंद्र को यह भी बताया जाएगा कि पटना में भी एम्स शहर के बाहर ही बना है। चूंकि इसका निरीक्षण करने आई केंद्रीय टीम को यह जमीन पसंद आ गई थी। ऐसे में क्या कारण रहे कि अचानक से उस जमीन पर एम्स बनाने से इनकार किया जा रहा है।
केंद्रीय टीम ने एम्स के लिए चिह्नित जमीन को लोकेशन के हिसाब से उपयुक्त बताया था। टीम को केवल लो-लैंड पर आपत्ति हुई थी। तब राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया था कि इसके निदान के लिए मिट्टी भराई के लिए राज्य कैबिनेट ने 309 करोड़ की राशि मंजूर कर दी है।
महत्पूर्ण बातें संक्षेप में
● 2015 के बजट भाषण में बिहार में दूसरा एम्स बनाने की घोषणा हुई
● सितंबर 2017 को स्वास्थ्य मंत्रालय ने 200 एकड़ जमीन मांगी
● सितंबर 2020 को केंद्रीय कैबिनेट ने बिहार के लिए घोषित दूसरे एम्स को मंजूरी दी
● जनवरी 2023 को सीएम ने दरभंगा एम्स के लिए चिह्नित जमीन का स्थल निरीक्षण किया
● मार्च 2023 के राज्य कैबिनेट ने दरभंगा एम्स के लिए चिह्नित जमीन की मंजूरी दी
● अप्रैल 2023 में राज्य कैबिनेट ने मिट्टी भराई के लिए 309 करोड़ जारी किया
शोभन स्थित जगह एम्स के लिए सबसे बेहतरः नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि दरभंगा में एम्स के लिए जो जगह चुनी गई थी, वह काफी अच्छी है। कोई भी जाकर देख सकता है। वहां जो दो लेन का रास्ता है उसको भी बढ़ाकर फोरलेन किया जाएगा। ये जगह पढ़ाई के लिए अच्छी हो जाएगी।