एनआरसी में शत प्रतिशत कुपोषित बच्चो को कराये भर्तीः-कलेक्टर
सीएम हेल्प लाईन में लंबित प्रकरणो का पॉच दिवस के अंदर करे निराकरणः-अरूण परमार
सिंगरौली
कुंपोषित बच्चो को एनआरसी में निर्धारित बेड के अनुसार शत प्रतिशत भर्ती कराया जाना सुनिश्चित किया जाये तथा सीएम हेल्प लाईन में लंबित आवेदनो का निराकरण पॉच दिवस के अंदर कराया जाना सुनिश्चित करे अन्यथा संबंधित क्षेत्र के सुपरवाईजरो के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उक्त आशय के निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में संयुक्त रूप से आयोजित महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की बैठक के दौरान कलेक्टर अरूण परमार के द्वारा दिया गया।
बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश सिंह के द्वारा भी संबंधित विभागो से कई विंदुओ के प्रगति के उपरांत आवश्य निर्देश दिये गये। विदित हो कि कलेक्टर के अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान महिला बाल विकास के उपस्थित परियोजना अधिकारियो एवं सुपरवाईजरो को इस आशय के निर्देश दिये गये कि लाडली लक्ष्मी सहित मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के जो प्रकरण बैंको में डीबीटी के कारण लंबित है अपने अपने क्षेत्रो में संबंधित प्रकरणो का निराकण कराया जाना सुनिश्चित करे। साथ ही धात्री एवं गर्भवती महिलाओ को पोषण आहार का वितरण के साथ साथ प्रसव पूर्व की जॉच एवं टीकारण कराया जाना भी सुनिश्चित करे।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि कुपोषि बच्चो को चिन्हित कर शत प्रतिशत एनआरसी में भर्ती कराये साथ ही पोषण आहार मीनू के अनुसार हर बच्चो को प्रदान किया जाये। हृदय रोग से पिड़ित बच्चो का चिन्हांकन कर स्वास्थ्य विभाग के अमले को अवगत कराये। ताकि इनका उपचार निर्धारित समय पर किया जा सके।
उन्होने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिये कि महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम संयुक्त रूप से भ्रमण कर ऐसे बच्चो को चिन्हांकित करे।
वही स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि अनमोल पोर्टल एवं एचएमआईएस पोर्टल में निरंतर डाटा अपलोड करे एवं प्रगति लाये। कोई भी बच्चा टीकाकरण से बंचित न रहे। साथ ही टीवी के मरीजो को चिन्हित कर उन्हे समुचित ईलाज प्रदान किया जाये। आयुष्मान कार्ड अभी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार नही बना है जिसके लिए दोनो विभाग मिलकर पात्र हितग्राहियो का कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित करे।
उन्होने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग में लंबित सीएम हेल्प लाईन दर्ज शिकायतो की समीक्षा करते हुये मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी एवं सिविल सर्जन को निर्देश दिये गये कि लंबित शिकायतो का निराकरण निर्धारित समय सीमा के अंदर संतुष्टि पूर्वक कराया जाना सुनिश्चित करे।
बैठक के दौरान सीएमएचओ एन.के जैन, सिविल सर्जन डॉ. ओपी झा, डीपीएम सुधाशु मिश्रा, रमाकांत द्विवेदी, विपिन द्विवेदी, मलेरिया अधिकारी नागेन्द्र सिंह महिला बाल विकास अधिकारी प्रवेश मिश्रा, परियोजना अधिकारी शहरी शैलेन्द्र साकेत, ग्रामीण आरपी सिंह, परियोजना अधिकारी चितरंगी सतेन्द्र सोधिया एवं श्रीमती उषा तिवारी सहित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की सुपरवाईज उपस्थित रहे।