समाज को संबल देने वाले दो दिग्गज संतों का विवाद खत्म, गले लगाकर बोले धीरेंद्र मेरा छोटा भाई, एक-दूजे को दिया आमंत्रण
दतिया
सावन माह के अंतिम सोमवार को मध्यप्रदेश में सनातन धर्म से जुड़े दो बहुचर्चित संत पितांबरा सिद्ध पीठ में गिले-शिकवे भुलाकर एकदूसरे के गले मिले। प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में करवाई हनुमंत कथा के आयोजन के दौरान पंडोखर सरकार दतिया और बागेश्वर धाम छतरपुर को मिलवाकर सनातन धर्म से जुड़े लोगों को चौंका दिया। इस मुलाकात के सिर्फ धार्मिक मायने नहीं निकाले जा सकते हैं, क्योंकि दोनों संतों का अपने-अपने प्रभावक्षेत्र ग्वालियर-चंबल संभाग और बुंदेलखंड के कुछ जिलों में आम लोगों पर सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव गहरा माना जाता रहा है।
सनातन धर्म के दो सशक्त प्रचारक संतों पं. धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम बालाजी सरकार छतरपुर और पं. गुरुशरण शर्मा पंडोखर धाम बालाजी सरकार दतिया का मिलन प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में दतिया में हुआ। इस मुलाकात ने दोनों ही संतों के बीच सोशल मीडिया में वायरल गलतफहमी को दूर करने का काम किया और दोनों ही संतों ने अपने-अपने धाम में दर्शन के लिए आमंत्रित किया।
सावन के अंतिम सोमवार को दतिया के पीतांबरा माता के आँगन में दोनों ही संतों ने एक दूसरे के साथ काफी देर तक संवाद किया। दतिया में चल रहे पार्थिव शिव पूजन और कथा के बीत गृहमंत्री मिश्रा ने पंडोखर सरकार को यहां आमंत्रित किया था। यही आमंत्रण दोनों के बीच सौजन्य मुलाकात की वजह बना। यहां 6 दिनों से चल रहा पार्थिव शिवलिंग निर्माण व बागेश्वर धाम सरकार की हनुमंत कथा के धार्मिक अनुष्ठान का सोमवार को समापन हुआ। इस मौके पर मंत्री मिश्रा ने दतिया वासियों सहित सभी सहयोगियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि संत समाज के कारण ही हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता आज तक सुरक्षित है।
प्रदेश के गृहमंत्री के अगुवाई में संपन्न हुई हनुमंत कथा के दौरान लाखों लोगों की मौजूदगी में बागेश्वर धाम पं. धीरेंद्र शास्त्री जब कथा कर रहे थे, तब अनायास पं. गुरुशरण महाराज पंडोखर सरकार मंच पर आ गए। सनातन परंपरा के मुताबिक पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कथा को बीच में ही रोकते हुए पंडोखर सरकार का अभिवादन किया और आशीर्वचन देने का आग्रह किया। जिसे पंडोखर सरकार ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। लाखों की तादाद में जमा लोग यह नजारा देख जय श्रीराम का उद्घोष कर खूब तालियां बजाते रहे। अपने-अपने उद्बोधन में दोनों ही सुविख्यात संतों ने प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और सनातन धर्म के लिए हिंदू समुदाय से एकजुट होने की अपील यह कहते हुए कर दी कि हम दोनों संतों में किसी भी प्रकार का कोई टकराव नहीं है। पंडोखर सरकार बोले बागेश्वर सरकार मेरे छोटे भाई हैं। दोनों ने एकदूसरे को अपने-अपने धाम आने का निमंत्रण दिया।
दोनों संतों में सोशल मीडिया के जरिए हुई थी टीका-टिप्पणी…
बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र शास्त्री छतरपुर के गढ़ा ग्राम के निवासी हैं और इसी गांव के आस-पास इनका काफी बड़ा परिवार निवास करता है। पिछले चार-पांच वर्षों में धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी सिद्धि के जरिए दरबार लगाकर खूब लोकप्रियता बटोरी है। जिसके चलते परिवार से जुड़े चाचा एवं भाई असंतुष्ट होकर पंडोखर धाम की शरण में पहुंच गए। अपनी सहज प्रतिक्रिया देते हुए पंडोखर धाम ने बागेश्वर धाम सरकार को लेकर जो चर्चा की उसे सोशल मीडिया ने बहुत बढ़ा-चढ़ा कर दिखा दिया, जिसके कारण दोनों संत एक दूसरे के प्रति समय-समय पर प्रतिकूल टीका-टिप्पणी करते रहे। बाद में मध्यस्थों के द्वारा पहल कर इस मामले को हल करने का प्रयास किया गया तो दोनों संतों ने इस बात को स्वीकारा कि गलतफहमियों के चलते सोशल मीडिया पर अनावश्यक टीका-टिप्पणी हुई है।