अनशन पर बैठे किसानों ने आत्मदाह रोके जाने के बाद कराया मुंडन, 16 दिन से जारी विरोध
आगरा
आगरा के इनर रिंग रोड तृतीय चरण में ली गई जमीन को वापस कराने के लिए किसानों का अनशन 16वें दिन भी जारी रहा। कुछ किसानों ने मंगलवार को तहसील सदर स्थित अनशन स्थल पर ही मुंडन कराकर विरोध जताया। वहीं डीएम नवनीत सिंह चहल बुधवार को दोपहर 12 बजे किसानों के साथ बैठक कर सकते हैं। इसकी सूचना किसानों के पास भिजवाई गई है। विप्रा ने किसानों की जमीन 2009 और 2010 में ली थी। इनर रिंग रोड लैंड पार्सल का मुआवजा आज तक किसानों को नहीं मिला है। इसको लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं।
उनका कहना है कि इनर रिंग रोड घोटाले के दोषियों को प्रशासन द्वारा बचाया जा रहा है। शासन के निर्देश के बाद भी अभी तक डीएम ने अपना अभिमत नहीं दिया है। साथ ही इनर रिंग रोड तृतीय चरण की जमीन किसानों को वापस नहीं की जा रही है। इसके लिए एडीए बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास होना जरूरी है। किसानों ने एडीए की कार्यप्रणाली को लेकर मंगलवार को अनशन स्थल पर ही मुंडन कराया। मुंडन कराने वालों में किसान नेता श्याम सिंह चाहर, रघुनाथ शर्मा, महेश कुमार, वेदो पंडित, प्रमोद जैन, महेंद्र सिंह चाहर आदि थे।
अनशन के 12 दिन किसान ताज के बाहर जाकर आत्मदाह करने वाले थे। उनकी इस योजना को प्रशासन ने विफल कर दिया। उनकी योजना को फेल करने के लिए प्रशासन ने दोपहर 12 बजे तहसील में ही बैठक बुला ली थी। उसके बाद किसानों द्वारा इनर रिंग रोड मामले में दिए गए सुबूतों को सही माना और शनिवार को डीएम ने स्वयं बातचीत करने का समय दे दिया। किसान नेता श्याम सिह चाहर ने ताजमहल के बाहर जाकर आत्मदाह का ऐलान कर दिया था। प्रशासन ने पहले से ही उन्हें रोकने की योजना बना ली थी। प्रशासन ने किसानों के पास सूचना भिजवा दी कि वह अपने सुबूतों के साथ उपलब्ध रहें।