सीएम केसीआर अपने मंत्रियों के साथ 27 जून को पंढरपुर जाएंगे, महाराष्ट्र में पार्टी को कर रहे मजबूत
कोल्हापुर
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) और उनके मंत्रिमंडल के सभी सदस्य 27 जून को पंढरपुर के भगवान विट्ठल के दर्शन करने जा रहे हैं। इस समय लोग पवित्र धाम की वार्षिक तीर्थयात्रा करने जाते हैं। केसीआर की धार्मिक यात्रा को राजनीतिक नजरिए से देखा जा रहा है। वे महाराष्ट्र में अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में बीआरएस ने लोगों को अपने बारे में बताने के लिए पूरे महाराष्ट्र में डिजिटल बोर्ड लगाए हैं। अपने अभियान को बड़ा दिखाने के लिए पंढरपुर जाने वाले मार्गों पर भी पोस्टर लगाए गए हैं। तेलंगाना के सीएम ने पिछले कुछ महीनों में राज्य में तीन रैलियां की हैं। ये जनसभाएं छत्रपति संभाजीनगर, नांदेड़ जिले के नांदेड़ और कंधार लोहा में की गईं। केसीआर के आने के बारे में जानकारी देते हुए बीआरएस किसान मोर्चे के राज्य प्रमुख माणिक कदम ने कहा कि मुख्यमंत्री और दूसरे मंत्री 26 जून को सोलापुर आएंगे।
उन्होंने कहा कि वे सोलापुर में रात भर रुकेंगे और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करेंगे। अगले दिन सभी भगवान विट्ठल का आशीर्वाद लेने के लिए पंढरपुर के लिए रवाना होंगे। यह पहली बार नहीं है कि राव पंढरपुर का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने पहले भी महाराष्ट्र में कई अन्य धार्मिक स्थानों का दौरा किया है। केसीआर 'किसान कल्याण' पर चर्चा कर रहे हैं और उनका फोकस राज्य में पार्टी की उपस्थिति को बढ़ाना है।
महाराष्ट्र में जमीन तलाश रही बीआरएस
कदम ने कहा कि हम महाराष्ट्र में लोकसभा की सभी 48 सीटों और विधानसभा की 288 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हमारे पास सभी सीटों पर उम्मीदवार हैं। चुनावों की तैयारी चल रही है। बीआरएस किसी भी स्थानीय पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। अगले कुछ महीनों में नागपुर और सोलापुर में बीआरएस जनसभा कर सकती हैं।
महाराष्ट्र में आधार बनाने की केसीआर की कोशिशों ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर सोचने को मजबूर कर दिया है। इसी कारण से बुधवार को मुंबई में विपक्ष के नेता अजित पवार ने भी कहा कि बीआरएस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।