November 28, 2024

सचिन पायलट कैंप के विधायक चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहते? समझिए सियासी मायने

0

जयपुर
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने है, कांग्रेस के विधायक चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक चाहते है कि पार्टी उनके बेटों को दिया जाए। कांग्रेस के सहप्रभारी ने साफ कह दिया है चुनाव नहीं लड़ने के इच्छुक कांग्रेस विधायकों के बेटों को योग्यता के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा। खास बात यह य है कि चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करने वालों में सचिन पायलट गुट के विधायकों की संख्या बढ़ती जा रही है। पायलट कैंप के माने जाने दीपेंद्र सिंह शेखावत, मंत्री हेमाराम चौधरी और भरत सिंह कुंदनपुर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। हालांकि, किसी विधायक ने सीधे तौर पर यह नहीं कहा है कि उनके  परिवार वालों को टिकट दिया जाए। लेकिन इशारों में सबकुछ कह दिया।

सचिन पायलट गुट के माने जाते हैं शेखावत
राजस्थान की राजनीती में पायलट कैंप के माने जाने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत ने चुनाव नहीं लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। शेखावत का कहना है कि वह अस्वस्थ है। ऐसे में जनता के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। सियासी जानकार शेखावत की चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के अलग-अलग सियासी मायने निकाल  रहे हैं। दरअसल, शेखावत ने 2020 में सचिन पायलट के साथ बगावत की थी। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे में बगावत करने वाले विधायकों के टिकट खतरे में पड़ सकते हैं। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने संकेत दिए है करीब 70 कांग्रेस विधायकों टिकट काटे जा सकते है। शेखावत सीकर जिले की श्रीमाधोपुर से विधायक है। कई बार चुनाव जीते हैं। शेखावत चाहते है कि उनते बेटे को टिकट दिया जाए। शेखावत का बेटा अपने क्षेत्र में काफी एक्टिव रहता है। टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं।

मंत्री हेमाराम चौधरी कर चुके हैं इनकार
प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी कई बार कह चुके हैं कि वह इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि पायलट कैंप हेमरामा चौधरी की बेटी को आगे कर सकता है। हालांकि, हेमरामा चौधरी ने कभी यह संकेत नहीं दिए है कि उनकी जगह उसके परिजनों को टिकट दिया जाए। लेकिन सियासी जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट हेमाराम चौधरी के चुनाव नहीं लड़ने के स्थिति में उनकी बेटी को टिकट दिलाने की पैरवी कर सकते हैं। बता दें मंत्री हेमाराम चौधरी ने अपना इस्तीफा स्पीकर सीपी जोशी को भेज दिया था। हालांकि, बाद में पायलट के कहने पर चौधरी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। प्रदेश की सियासक में बयानों में सुर्खियों में रहने वाले विधायक भरतसिंह चुनाव नहीं बात कह चुके हैं।

कांग्रेस विधायक ने बेटे के लिए मांगा टिकट
श्रीगंगानगर के करणपुर से कांग्रेस के विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। मीडिया से बातचीत में कहा- बढ़ती उम्र के साथ चुनाव लड़ने की इच्छा खत्म हो जाती है। मेरी मन से चुनाव लड़ना नहीं चाहता। मैं पार्टी नेताओं से कह रहा हूं की मेरे बेटे को लड़वा दो आगामी विधानसभा चुनाव। मैं नहीं लडूंगा आगामी विधानसभा चुनाव। हालांकि, राजस्थान के सहप्रभारी काजी निजामुद्दीन का कहना है कि योग्यता के आधार पर टिकट दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *