धोखा: डॉक्टर ने हिंदू बच्चे का कर दिया ‘खतना’, पिता का आरोप- मेरे लड़के को जान-बूझकर बनाया मुसलमान
बरेली
डॉक्टर पर मरीज आंख बंद कर विश्वास करता है, लेकिन कई बार धरती के भगवान माने जाने वाले डॉक्टरों की ऐसी लापरवाही सामने आती है कि चिकित्सा जैसे नोबेल प्रोफशन को दागदार हो जाता है।उत्तर प्रदेश के बरेली शहर से ऐसी ही घटना सामने आई है। जिसमें डॉक्टर ने एक हिंदू धर्म के ढाई साल के बच्चे का खतना कर दिया। जबकि इस बच्चे को टंग-टाई यानी तलवे से जीभ चिपकी होने की समस्या थी और ये बच्चा जीभ के तुतने का ऑपरेशन करवाने अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
ओटी से जब बेटा आया तो सदमें में आ गया परिवार
परिवार के लोगों को जब ऑपरेशन के बाद बच्चा सौंपा गया तो वो उसकी जीभ देखकर हैरान थे कि वो पहले जैसी ही थी और जैसे ही उन्हें पता चला कि उनके बच्चे का प्राइवेट पार्ट का (खतना) ऑपरेशन कर दिया गया है तो पूरा परिवार आगबबूला हो गए और अस्पाताल में हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
अस्पताल ने परिवार पर समझौता करने का बनाया दबाव
कुछ ही समय में ये खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई, इसके साथ ही ये सूचना किसी के जरिए हिंदू संगठन को पहुंच गई और उनके नेता अस्पताल में पहुंच गए। अस्पताल प्रशासन बच्चे के परिवार समझौता करने का दबाव बना रहे थे लेकिन वो लोग नहीं माने और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि जानबूझ कर हिंदू बच्चे का खतना डॉक्टर ने कर दिया है।
बरेली के इस अस्पताल में करवाया गया था एडमिट
बरेली के बारादरी के संजय नगर निवासी हरीमोहन यादव ने अपने ढाई साल के बेटठे सम्राट जिसकी टंग टाई थी, जिसके कारण वो बोल नहीं पाता था इसलिए उसकी जीभ की सर्जरी कराने के लिए बरेली के डॉ एम खान हॉस्पिटल में डॉ मोहम्मद जावेद खान को दिखाया था और जब उन्होंने अपने बेटे के जीभ का ऑपरेशन करवाने के हॉस्पिटल में एडमिट किया तो उन्होंने जीभ के ऑपरेशन के बजाय उसका खतने का ऑपरेशन कर दिया।
मेरे हिंदू बेटे का खतना करके मुसलमान बना दिया!
डॉक्टर की इस घोर लापरवाही के बाद अस्पताल में पहुंचे हिंदू जागरण मंच ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया वहीं उनसे बच्चे के पिता हरी मोहन ने ये आरेाप लगाया कि डॉक्टर ने जानबूझ कर हिंदू लड़के का खतना किया और जब परिवार ने शिकायत की तो अस्पताल प्रशासन ने समझौता करने का दबाव बनाया। पिता ने कहा जानबूझ कर मेरे हिंदू बच्चे को खतना करके मुसलमान कर दिया है। ऑपरेशन से पहले ना ही हमसे पूछा गया और ना ही इस ऑपरेशन के बारे में कोई जानकारी दी गई।
डॉक्टर ने अपनी सफाई में बोली ये बात
वहीं बच्चे का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर जावेद खान ने बताया कि बच्चे के पेरेन्ट्स उसकी पेशाब की समस्या को लेकर उनके पास आए थे और उन्होंने उससे पूरे ऑपरेशन का प्रोसेस और सर्जरी का खर्च पूछने के बाद ही एडमिट करवाया था।