JDU के फैसले से बदलेगा राज्यसभा में सीटों का गणित, NDA ऐसे होगी प्रभावित
नई दिल्ली
बिहार में सियासी उथल पुथल का असर राज्यसभा में देखने को मिल सकता है, जिसका सीधा असर नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस पर पड़ेगा। आंकड़े बताते हैं कि जनता दल यूनाइटेड के अलग होने के बाद NDA का आंकड़ा बहुमत से और दूर चला जाएगा। फिलहाल, उच्च सदन में सदस्यों की संख्या 237 है। उच्च सदन में जदयू के पांच सदस्यों के विपक्ष के साथ जाने से 100 के आंकड़े पर आई NDA को रणनीति बनानी पड़ सकती है। भारतीय जनता पार्टी, YSRCP, BJD, AIADMK पर निर्भरता को सुनिश्चित करेगी। फिलहाल, ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजद और आंध्र प्रदेश में सरकार चला रही YSRCP के पास उच्च सदन में 9-9 सदस्य हैं। वहीं, इस मामले में AIADMK का आंकड़ा 4 पर है।
खबर है कि भाजपा इस खाई को पाटने लिए नामित सदस्यों की मदद ले सकती है। पार्टी इस वर्ग में तीन रिक्त पदों को भर सकती है, जो सदन में सरकार का समर्थन करेंगे। फिलहाल, सदन में खाली पदों की संख्या 8 है। इनमें से चार रिक्त पद जम्मू और कश्मीर, तीन नामित और एक त्रिपुरा का पद शामिल है।
महाराष्ट्र की सियासी हलचल से नहीं मिला फायदा
महाराष्ट्र में शिवसेना में हुई फूट का फायदा भाजपा को राज्यसभा में नहीं मिला है। दरअसल, शिवसेना की तीनों सदस्यों ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ही समर्थन देने का फैसला किया है। जबकि, मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे का समर्थन भाजपा को हासिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल सभी की नजरें राज्यसभा में डिप्टी चेयरमैन हरिवंश पर हैं। फिलहाल, यह सवाल बरकरार है कि जदयू सांसद पद से इस्तीफा देंगे या नहीं।