PM मोदी ने पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, 10 लाख कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे
भोपाल.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भोपाल में हैं। उन्होंने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से देश की 5 नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। PM ने पहले रांची-पटना, धारवाड़-केएसआर बेंगलुरु और गोवा (मडगांव)-मुंबई को वर्चुअली लॉन्च किया। बाद में मध्यप्रदेश की दो वंदे भारत भोपाल-इंदौर और रानी कमलापति-जबलपुर को झंडी दिखाई। ये दोनों ट्रेन एक साथ रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना हुईं। इससे पहले PM मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'ये ट्रेनें मध्यप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, बिहार और झारखंड में कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।'
स्कूली छात्रों से पीएम मोदी की बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन में स्कूली छात्रों के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री भोपाल से मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ चुनाव और 2024 लोकसभा इलेक्शन के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत करने आए हैं। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' अभियान के तहत 543 लोकसभाओं के 10 लाख और मध्यप्रदेश के 64,100 बूथ के कार्यकर्ताओं को डिजिटली संबोधित करेंगे। यहां सभी राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों से 3 हजार कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री इनसे सीधा संवाद करेंगे।
इन 5 रूट पर शुरू होंगी वंदे भारत ट्रेनें
>भोपाल से रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस: मध्य प्रदेश में रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस भोपाल और जबलपुर को एक दूसरे कनेक्ट करेगी. यह राज्य के कई टूरिस्ट प्लेस से गुजरेगी. इनमें भेड़ाघाट, पंचमढ़ी और सतपुड़ा शामिल हैं.
>खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस: खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत ट्रेन राज्य के मालवा और बुंदेलखंड के इलाकों को भोपाल से जोड़ेगी. इस दौरान ये ट्रेन महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो जैसे पर्यटन के अहम स्थानों से होकर गुजरेगी.
>मडगांव-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस: गोवा को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिलने जा रही है. मडगांव-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच किया जाएगा. अब मुंबई से गोवा की दूरी को 7 घंटे में तय की जा सकेगी. इस ट्रेन में 16 की जगह 8 कोच होंगे.
>धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस: भारतीय रेलवे ने कर्नाटक को दूसरी वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी है. यहां चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पहले से ही चलाई जा रही है. अब रेलवे धारवाड़-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन करेगा. ये ट्रेन धारवाड़, हुब्बली और दावणगेरे को राजधानी बेंगलुरु से जोड़ने का काम करेगी.
>रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस: बिहार और झारखंड के यात्रियों का भी इंतजार खत्म हो रहा है. इन दोनों राज्यों को संयुक्त रूप से पहली ट्रेन मिलने जा रही है. अप एवं डाउन दिशा में इस ट्रेन क परिचालन जहानाबाद, गया, बरकाकाना, कोडरमा, हजारीबाग टाउन और मेसरा के रास्ते किया जाएगा. पटना से रांची के बीच दूरी ये ट्रेन सिर्फ 6 घंटे में पूरी कर लेगी. यह ट्रेन पटना और रांची से मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी.
सभी राज्यों में वंदे भारत एक्सप्रेस
रेलवे के मुताबिक, इन 5 ट्रेनों की शुरुआत के साथ ही अब विद्युतीकृत रेल मार्गों वाले सभी राज्यों में वंदे भारत एक्सप्रेस पहुंच जाएगी. इसी के साथ, अगले साल तक देश में तीन तरह की वंदे भारत ट्रेनें दौड़ेंगी. अगले साल फरवरी से मार्च के बीच देश में तीन तरह की वंदे भारत- वंदे चेयर कार, वंदे स्लीपर और वंदे मेट्रो ट्रेनें पटरियों पर दौड़ेंगी. ये स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेनें, शताब्दी, राजधानी और लोकल ट्रेनों की जगह लेने के लिए तैयार की जा रही हैं. इन ट्रेनों को चेन्नई में इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री में बनाया जा रहा है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में एक हाई स्पीड ट्रेन है. यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर/घंटा है. यह ट्रेन पूरी तरह भारत में डिजाइन और मैन्युफैक्चर की गई है, जिसमें 80% उत्पादों को स्वदेशी बनाया गया था. ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं.