पाकिस्तान में कैश का टोटा, बकरीद से पहले ATM-ATM भटक रहे लोग
कराची
ईद उल-अज़हा यानी बकरीद से पहले पाकिस्तान के लोगों के सामने कैश का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। देश की व्यापारिक राजधानी कराची के बैंक एटीएम खाली पड़े हैं। लोग कैश निकालने के लिए एटीएम-एटीएम भटकने को मजबूर हैं। जियो-टीवी के मुताबिक, बैंक ग्राहकों ने शिकायत की है कि एटीएम सेवाएं ईद के मौके से पहले ठप पड़ गई हैं। पाकिस्तान में 29 मई को ईद-उल अजहा मनाई जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट में इस समस्या का सामना कर रहे लोगों के हवाले से कहा गया है, "ईद से पहले ही एटीएम खराब हो चुके हैं। सुबह से कई बार एटीएम गए लेकिन वहां नकदी उपलब्ध नहीं है।" ऐसे मौकों पर लोग एटीएम से अधिक कैश निकालते हैं ताकि कुर्बानी के लिए बकरों की नकद खरीद कर सकें लेकिन नकदी संकट से जूझ रहे देश के बैंक एटीएम भी इस साल बेहाल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तान इस साल 29 जून (गुरुवार) को ईद मनाएगा। लेकिन उससे पहले ही 28 जून से सरकार ने चार दिनों की छुट्टी की घोषणा कर दी है। इससे बैंक एटीएम में नकदी की समस्या और गंभीर हो गई है।इससे पहले सरकार ने तीन दिनों की छुट्टी हो घोषित की थी। अब तीन जुलाई को बैंक खुलेंगे।
इस बीच, पाकिस्तान को IMF से वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने कहा है कि "आईएमएफ से वित्तीय सहायता पर शीघ्र समझौते पर पहुंचने के उद्देश्य से" पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है। बता दें कि 30 जून तक IMF से पैकेज डील की मियाद है। वित्त वर्ष भी 30 जून को खत्म हो रहा है।
रेटिंग एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्रियों को डर है कि 350 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला पाकिस्तान अगर विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) की 1.1 डॉलर की ऋण किश्त पाने में विफल रहता है तो वह इंटरनेशनल डिफॉल्टर हो सकता है और विदेशी ऋण दायित्वों को पूरा करने में विफल रह सकता है।