मोदीजी मुखिया लगे, पकरिया बना परिवार…
भोपाल/शहडोल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुलाई माह की मन की बात में शहडोल जिले के पकरिया गांव में आदिवासियों के बीच बिताए गए पलों की झलक शामिल होगी। प्रधानमंत्री मोदी यहां बिताए गए पलों को सहेजकर ले गए हैं और उन्होंने आदिवासियों को आश्वस्त भी किया है कि वे अपने मन की बात में यहां हुए संवाद को शामिल करेंगे।
पकरिया के जल्दी टोला में संवाद के दौरान वे बच्चों के साथ बच्चे, युवाओं के साथ मेंटर और स्वसहायता समूहों की दीदियों के साथ प्रेरक और बुजुर्गों के साथ सहयोगी जैसी भूमिका में रहे। उनके दौरे के बाद पकरिया गांव के आदिवासियों में खासा उत्साह है। पीएम मोदी एक जुलाई को शहडोल जिले के पकरिया गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने खाट चौपाल के जरिये युवाओं के बीच घूम-घूमकर सवाल जवाब किए थे। एक मासूम बच्ची को वे कुछ देर तक खिलाते रहे तो फुटबाल क्लब के बच्चों के साथ संवाद में पूछा कि कितने समय से फुटबाल खेल रहे हैं। एक बच्चे की ओर से पचास साल से परिवार के सदस्यों द्वारा फुटबाल खेलने तो एक अन्य के द्वारा परिवार के कई सदस्यों के नेशनल लेवल पर फुटबाल खेलने की जानकारी पीएम मोदी को दी गई तो अल्प सुविधाओं वाले आदिवासी परिवारों के बच्चों की प्रतिभाओं से पीएम खुश भी हुए।