पाकिस्तानी दिग्गजों की पुरानी है अदावत, जावेद मियांदाद के खिलाफ साजिश रचते थे इमरान खान
कराची
पाकिस्तान ने जब इमरान खान की कप्तानी में 1996 का वर्ल्ड कप जीता तब उसमें बड़ा योगदान जावेद मियांदाद का था। वह पाकिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। जावेद मियांदाद की सफलता का श्रेय भी इमरान खान की कप्तानी को दिया जाता है। दोनों पाकिस्तानी दिग्गजों का करियर जितना चमकीला रहा, जिंदगी उतनी ही विवादित। दोनों के बीच रिश्ते भी उतार-चढ़ाव भरे रहे। इमरान खान की पॉलिटिक्स में एंट्री के बाद से जावेद मियांदाद अपने पूर्व कप्तान पर कुछ ज्यादा ही आक्रामक रहे हैं। इस बीच ताजा घटनाक्रम में जावेद मियांदाद ने कह दिया कि उन्होंने इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने में मदद की, लेकिन अफसोस इस बात का है कि उन्होंने कभी शुक्रिया अदा नहीं किया।
दरअसल, जावेद मियांदाद अपने इसी तरह के अजीबोगरीब बयान के लिए पहचाने जाते हैं। भारत के खिलाफ भी वह अक्सर जहर उगलते आए हैं, लेकिन 30 जून को एआरवाई न्यूज को दिए इंटरव्यू में मियांदाद ने कहा कि उन्हें (इमरान खान) मैंने प्रधानमंत्री बनाया था। इसी किस्से से बासित अली का वह खुलासा भी याद आता है, जो उन्होंने इमरान खान और जावेद मियांदाद के क्रिकेटिंग रिश्तों पर किया था।
पाकिस्तान के लिए 19 टेस्ट मैच और 50 वनडे खेलने वाले बासित अली ने कहा था कि इमरान खान जावेद मियांदाद को टीम से बाहर रखना चाहते थे। बासिल अली ने वसीम अकरम को इमरान खान की कठपुतली बताया था और कहा था कि सारे फैसले इमरान खान के ही होते थे, वसीम अकरम तो सिर्फ उसे आगे बढ़ाते थे। बासित अली ने ये भी कहा था कि इमरान खान नहीं चाहते थे कि जावेद मियांदाद 1996 का विश्व कप खेलें। बासित अली का कहना था कि इमरान खान जान-बूझकर मेरी जावेद मियांदाद से उनका तुलना करते थे जबकि जावेद मुझसे कही ज्यादा टैलेंटेड थे। वैसे बासिल अली ने भारतीय कप्तान अजरुद्दीन को भी पाकिस्तान ड्रेसिंग रूम का लाडला बताया था।