November 25, 2024

ब्रिटेन की कंपनी का बिग प्लान ओडिशा में करेगी 30 हजार करोड़ का निवेश

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  नई दिल्ली 
   

ब्रिटेन की एक कंपनी ने भारत में 30,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्लान तैयार किया है. ये इन्वेस्टमेंट ओडिशा के गंजम जिले में किया जा सकता है. इतनी बड़ी रकम के जरिए ब्रिटिश फर्म  SRAM & MRAM Technologies यहां पर एक सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए बीते 26 मार्च को राज्य सरकार के साथ एक MoU साइन भी किया जा चुका है.

सेमीकंडक्टर प्लांट किया जाएगा स्थापित
पीटीआई के मुताबिक, SRAM & MRAM ग्रुप की भारतीय यूनिट एसआरएएम एंड एमआरएएम टेक्नोलॉजीज एंड प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने राज्य में सेमीकंडक्टर यूनिट (Semiconductor Unit) स्थापित करने के लिए 30,000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट प्लान तैयार किया है. रिपोर्ट की मानें तो ब्रिटिश फर्म पहले फेज में 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. एमओयू साइन किए जाने के बाद कंपनी के अधिकारियों ने गंजम के  छत्रपुर के पास कुछ स्थानों का निरीक्षण भी किया है और जिला प्रशान के साथ बैठक भी की है.

प्रशासन ने दिया हर मदद का आश्वासन
ब्रिटेन की कंपनी द्वारा ओडिशा के इस शहर में निवेश करने के संबंध में प्रशासन ने पूरी मदद का भरोसा जताया है. गंजम कलेक्टर दिब्या ज्योति परिदा (Dibya Jyoti Parida) ने इन्वेस्टर्स को सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए हर जरूरी सुविधा देने का आश्वासन दिया है. कंपनी की ओर से प्रोजेक्ट डायरेक्टर देबादत्त सिंहदेव ने कहा कि हमने प्रस्तावित सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने के लिए टाटा के औद्योगिक पार्क और कुछ प्राइवेट लैंड्स समेत कई साइटों का दौरा किया है, अब कंपनी की एक टेक्निकल टीम साइट को अंतिम रूप देने के लिए जिले का दौरा करेगी.

छत्रपुर साइट को दी गई प्राथमिकता!
रिपोर्ट की मानें तो SRAM & MRAM टेक्नोलॉजीज एंड प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ये सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने के लिए लगभग 500 से 800 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. इसमें सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि प्लांट के लिए कुछ दूसरे जिलों का भी दौरा किया गया, लेकिन छत्रपुर के पास की साइट को प्राथमिकता दी गई है. इसका कारण इस साइट के करीब गोपालपुर बंदरगाह, एक औद्योगिक गलियारा, हवाई पट्टी और नेशनल हाइवे होना है. इसके अलावा बुनियादी जरूरतें जैसे साफ और स्वच्छ पानी के साथ ही ऊर्जा उपलब्धता होने के चलते इसे प्राथमिकता पर रखा गया है.

5,000 लोगों को मिल सकेगा रोजगार
सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित कने के लिए कंपनी की ओर से दो साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अलावा 2027 तक इस इकाई के चरणबद्ध तरीके से विस्तार की योजना भी बनाई गई है. कंपनी का टारगेट इस प्लांट के जरिए 5,000 लोगों को सीधे रोजगार देना भी है. बता दें इस सेमीकंडक्टर यूनिट में मोबाइल फोन, टेलीविजन सेट, लैपटॉप, एयर कंडीशनर और एटीएम में उपयोग की जाने वाली मेमोरी चिप्स का उत्पादन किया जाएगा. सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में ये भारत के लिए दूसरी अच्छी खबर है. इससे पहले अमेरिका बेस्ड माइक्रोन कंपनी ने भी गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की तैयारी कर ली है.

 

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