नीतीश कुमार की नई सरकार को अब जाति जनगणना शुरू कर देना चाहिए, अब तो भाजपा बाधक नहीं है: ओपी राजभर
लखनऊ
बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने बीजेपी से नाता तोड़ा लिया है और दोबारा आरजेडी से हाथ मिला लिया है। नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। वहीं, तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। बिहार में एक बार फिर जेडीयू और आरजेडी की सरकार है। ऐसे में अब राज्य में जाति जनगणना की मांग जोर पकड़ने लगी है। सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार क़ो अब जाति जनगणना शुरू कर देना चाहिए।
ओपी राजभर ने ट्वविटर पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से कहा कि बिहार में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस जाति जनगणना में बीजेपी को बाधक बताते थे। नीतीश कुमार की नई सरकार को अब जाति जनगणना शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब इन सभी पार्टियों की सरकार है तो उन्हें जाति जनगणना जल्द शुरू कर देना चाहिए।
नीतीश सरकार ने जून जारी की थी अधिसूचना
बता दें, बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर सरकार ने जून में तैयारियां शुरू की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की गई थी। अधिसूचना में कहा गया था कि नीतीश सरकार अपने संसाधनों से बिहार में जाति आधारित जनगणना कराएगी। जनगणना के काम को पूरा करने की डेडलाइन फरवरी 2023 रखी गई है। इसके अलावा जातिगत जनगणना के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।