सीएम की नारजगी कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश के बाद, आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोपाल
सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करने के आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात गिरफ्तार कर लिया। मामला पुलिस के संज्ञान में 1 जुलाई से था, लेकिन वीडियो वायरल होने पर सीएम की सख्ती तक ढीलपोल चलती रही। मंगलवार को जब सीएम ने नारजगी जाहिर करते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए तब पुलिस ने प्रवेश शुक्ला के परिजनों और परिचितों से सख्त पूछताछ की तो पता चला कि प्रवेश कुबरी गांव के पास स्थित खैरहवा के खेत में छिपा है। पुलिस ने रात दो बजे उसके घर से करीब दो किलोमीटर दूर खेत को चारों तरफ से घेर कर उसे दबोच लिया।
घटना पुरानी, 1 जुलाई को पुलिस को इत्तला
घटना कई दिन पुरानी है, लेकिन करीब 7 दिन पहले इसका वीडियो वायरल होना शुरू हो गया था। दरअसल बहरी थाना में प्रवेश के चाचा विद्याकांत शुक्ला ने उसकी गुमशुदगी 1 जुलाई को दर्ज की थी। उनका कहना था कि प्रवेश 29 जून की दोपहर एक बजे से लापता है। वह यह कहकर घर से निकला था कि उसका एक फर्जी वीडियो बनाकर लोग उसे बदनाम कर रहे हैं। इसके चलते वह आत्महत्या कर लेगा।
पता होते हुए भी नहीं की कार्रवाई
पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तो ली, इसके बाद पुलिस को यह भी पता चल गया था कि जिस वीडियो को लेकर शुक्ला घर से लापता हुआ है उस वीडियो में क्या है, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। जब मुख्यमंत्री ने इस संबंध में निर्देश दिए तब पुलिस ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
कलेक्टर-एसपी लौटे
आज होगी कड़ी कार्रवाई
जब वीडियो भोपाल तक गूंजी उस वक्त यहां के कलेक्टर सीधी साकेत मालवीय और पुलिस अधीक्षक डॉ. रवींद्र वर्मा दोनों ही भोपाल में आयोजित होने वाली एक बैठक में थे। आज सुबह दोनों ही अफसर भोपाल से सीधी की ओर रवाना हुए। इस बीच कलेक्टर ने प्रवेश शुक्ला के मकान आदि के अवैध निर्माण की जानकारी एकत्र करने के लिए टीम बना दी। यह टीम आज एक्शन ले सकती है। पुलिस ने भी उसके एनएसए की कार्रवाई के दस्तावेज तैयार कर लिए हैं।
विधायक बोले, पहचानता हूं पर मेरा प्रतिनिधि नहीं
सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा है कि आरोपी प्रवेश शुक्ला को वे मतदाता के नाते जानते हैं लेकिन वह उनका प्रतिनिधि नहीं है। उन्होंने कहा कि तीन विधायक प्रतिनिधि नियुक्त करने का अधिकार विधायक के नाते उन्हें है और तीनों में ही प्रवेश का नाम नहीं है। शुक्ला ने कहा कि आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होना चाहिए। अगर उसके नाम पर कोई अवैध निर्माण, मकान है तो उस पर ही बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रवेश शुक्ला द्वारा खुद को विधायक प्रतिनिधि बताने पर कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। अब वे उसके विरुद्ध कार्यवाही की मांग करेंगे।
पहले कार्रवाई क्यों नहीं की
यह घटना घृणित और निंदनीय है। सीएम के संज्ञान में आते ही एनएसए की कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं। आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चलेगा। इस मामले में पुलिस ने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की। यह भी जांच के बिंदुओं में शामिल है।
नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री
आदिवासियों पर अत्याचार बंद करो
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया ने आज पीसीसी में पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि प्रदेश में आदिवासियों पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। अपराधी बेखौफ हो गए हैं, इसलिए ही इस तरह की वारदात गई।
नाथ की सरकार को चेतावनी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों को सरकारी संरक्षण देना बंद किया जाए। यह घटना आदिवासी अस्मिता पर प्रहार है। यह घटना ट्ंटया मामा और बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों का अपमान है। इस वीडियो को देखकर रूह कांप जाती है। क्या सत्ता का नशा इस कदर भाजपा नेताओं पर चढ़ गया है कि वे इंसान को इंसान नहीं समझ रहे।