September 28, 2024

जेल में कैदियों के साथ फूट-फूट कर रोया मिर्ची बाबा, पीड़ित महिला ने बताई आपबीती

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भोपाल
रेप के आरोप में सेंट्रल जेल पहुंचे मिर्ची बाबा की पहली रात बहुत मुश्किल से कटी। जेल में काफी देर तक बाबा फूट-फूट कर रोता रहा बाबा ने जेल प्रशासन से दो चादर और तीन कमल की मांग की। रात को जमीन पर आम कैदियों की बैरक में बाबा करवट बदलते सोया। बेचैन होकर रात भर करवट बदलता रहा। इतना ही नहीं कैदियों के साथ फूट-फूट कर रोया भी। सुबह आम कैदियों के साथ चाय और रोटी का नाश्ता किया पुलिस इतवार को बाबा के मिनाल रेसीडेंसी वाले घर पहुंची। मिर्ची बाबा के जेल जाने के बाद उनके नौकर और बाकी चेले फरार हो गए। पुलिस ने बाबा के पड़ोसियों से पूछताछ की तो कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लगी। मिर्ची बाबा की हरकतों से पड़ोसी काफी परेशान थे। बाबा के रसूख के चलते इलाके में किसी की नहीं चलती थी। बाबा और उसके स्टाफ के अजीब व्यवहार की वजह से घर पर महिला कर्मचारी भी ज्यादा दिन तक काम नहीं करती थी।

 
महिला से बोला बाबा बच्चे ऐसे ही पैदा होते हैं
रेप पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि बाबा ने मुझे भोपाल में मिनाल रेसीडेंसी आने के लिए बोला मैं अकेली बाबा के मिनाल रेसीडेंसी पहुंच गई। वहां मुझे बाबा का चेला गोपाल लेने आया। फिर मैं बाबा के बंगले पर गई बंगला दो मंजिला है। वहां बाबा मिले। मुझे बड़े प्रेम से बैठाया। घर में एक बाई थी, जिसने मुझे चाय पानी दिया। बाबा ने मुझे सारी बात पूछी मैंने अपनी सारी परेशानियां बताई। बाबा ने हाथ की नस देखी। बोला कि तुम को संतान हो जाएगी। तुम कल 12 बजे आना। मुझे बाबा ने कुछ साबूदाना जैसी गोलियां दी बोला घर पर रख देना और भभूत खा लेना।

मैंने बाबा के कहे अनुसार पति को सारी बातें बताई इसके बाद 17 जुलाई को 12 बजे में ऑटो से बाबा के बंगले मिनाल रेसीडेंसी पहुंची। वहां मुझे गोपाल, बाबा और बाई तीनों मिले। बाबा ने मुझे सोफे पर बैठ आया उसके बाद बाबा ने मुझे वहीं पर साबूदाने की गोली और भभूति दी कहां ऊपर कमरा है, वहां जाकर आराम से बैठो और खा लो। फिर मैं ऊपर कमरे में चली गई। भभूति और गोलियां मैंने खाली। थोड़ी देर बाद बाबा कमरे में आए। मुझसे थोड़ी देर तक बात करते रहे। इतने में मुझे चक्कर आने लगे में उठकर जाने लगी। बाबा ने मुझे पकड़ कर विस्तार पर बैठा लिया। कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। मेरे पास आकर मुझे अपनी बाहों में भर लिया। गलत हरकत करने लगा। मेरे बाबा को धक्का दिया। मगर मुझे इतने चक्कर आ रहे थे कि मैं चिल्ला नहीं पा रही थी। मिर्ची बाबा ने मेरे साथ बलात्कार किया। मैं बेहोश हो गई।

जब मुझे होश आया तो मुझे बहुत दर्द हो रहा था। बाबा भी पास में बैठा था। मैंने बाबा से बोला कि तुमने मेरे साथ गलत काम किया है। मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी बाबा बोला है कि ऐसे ही बच्चे पैदा होते हैं मैं बाबा से बोली मुझे ऐसा बच्चा नहीं चाहिए। बाबा बोला जा बता दे जिस जिस को बताना है। मुझे नागा बाबा का दर्जा मिला है। तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। तेरे पति को मरवा दूंगा। मैंने कुछ दिन बाद अपने गुरु भाई को ये पूरी घटना बताई, तो मेरे पति ने सुन लिया। इसके बाद पति ने मुझे घर से निकाल दिया। मैं आठ-दस दिन से अपने गुरु भाई के यहां रह रही थी। मिर्ची बाबा ने मुझे फोन कर बोला कि मेरे खिलाफ रिपोर्ट कराने गई है, ऐसा मुझे पता लगा है। अगर तूने मेरे खिलाफ कहीं रिपोर्ट की, तो तुझे जान से मरवा दूंगा।
 
पीड़िता की कैसे हुई बाबा से पहचान
पीड़िता ने अपने शिकायती आवेदन में बताया कि मैं रायसेन जिले के रहने वाली हूं। मेरी उम्र 28 साल है। मेरी शादी को 4 साल हो चुके हैं। लेकिन मेरी कोई संतान नहीं है। मैं झाड़-फूंक भी करवा चुकी हूं। मुझे कोई फायदा नहीं हुआ। मैं परेशान चल रही थी। मोहल्ले की महिलाओं से पता चला कि वैराग्य नंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा बहुत ज्ञानी है। बच्चा होने की दवा देते हैं। मेरा भी मन हुआ कि मिर्ची बाबा से दवा लेने के लिए मिलूं। गांव की दीवारों में लगे बैनर से मिर्ची बाबा का मोबाइल नंबर मिला।
 
बाबा महिला से बोला आना पड़ेगा आश्रम
पीड़िता ने बता कि इसी साल जुलाई में बाबा के नंबर पर फोन किया गोपाल नाम के व्यक्ति से बात हुई। उसने खुद को बाबा का चेला बताया। उसने बताया कि बैनर में जो दूसरा नंबर लिखा है, वह बाबा का है। इस पर मैंने दूसरे नंबर पर कॉल किया। बाबा से बात हुई। बाबा को बताया कि शादी के 4 साल बाद भी संतान नहीं हुई है। क्या आप कुछ कर सकते हैं। बाबा बोले कि हम इसका इलाज करते हैं। इसके लिए मेरे आश्रम आना पड़ेगा। मैं खुश हो गई। मैंने अपने पति को बाबा की सारी बातें बताई। बाबा ने मेरे पति से भी बात की। फिर मुझे बाबा पर विश्वास हो गया। इसके बाद बाबा ने मुझसे कई बार बात की। मैंने बाबा को फोन पर बोला कि मैं दवाई लेने आ रही हूं। बाबा ने मुझे मिनाल रेसीडेंसी आने के लिए बोला।

 

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