मध्यप्रदेश के इंदौर, जबलपुर समेत 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
भोपाल .
इंदौर, जबलपुर समेत मध्यप्रदेश के 21 जिलों में गुरुवार को भारी बारिश का अलर्ट है। इन जिलों में 4 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। शुक्रवार से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा। इससे लगातार तीन दिन तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर रहेगा।
बुधवार को टीकमगढ़, इंदौर जिले में तेज बारिश हुई। भोपाल, धार, गुना, रतलाम, उज्जैन, खजुराहो, दमोह, सतना, उमरिया में भी पानी गिरा। पिछले 24 घंटे में टीकमगढ़ में 5.19 इंच बारिश हुई। बैतूल में 1.99, रतलाम में 1.69 और खजुराहो में 1.02 इंच पानी गिरा।
टीकमगढ़ में बुधवार को दो घंटे में 5 इंच पानी गिरा। सड़क, बाजार, गलियां, घर-दुकानों और सरकारी दफ्तरों में पानी भर गया। कलेक्टर, जेलर के बंगले में भी पानी भर गया। जनपद पंचायत कार्यालय में भी दो फीट तक पानी भर गया। गर्ल्स हॉस्टल में पानी भरने से वहां रह रही लड़कियां फंस गईं। इसके बाद होमगार्ड का दल बचाव कार्य के लिए भेजा गया। टीकमगढ़-जतारा रोड पर मजना चौकी के पास उर नदी के बहाव में फंसे युवक को रात 12.30 बजे नाव की मदद से रेस्क्यू किया गया।
आज इन जिलों में बारिश
गुरुवार को इंदौर संभाग में बारिश का अनुमान है। इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ और धार में भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह शिवपुरी, दतिया, भिंड, श्योपुरकलां, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और निवाड़ी में भी हैवी रेन का अलर्ट है।
एमपी में 3 सिस्टम करा रहे बारिश
IMD भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश, गुजरात के तट और ओडिशा के पास तीन जगह ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचलन जारी है। इस वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। जिससे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि गुरुवार को इंदौर समेत प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
24 जून को एक्टिव हो गया मानसून
प्रदेश में 24 जून को मानसून एक्टिव हो गया था। अगले ही दिन 25 जून को मानसून ने प्रदेश को कवर कर लिया था। इसके बाद लगातार चार-पांच दिन तक प्रदेशभर में भारी बारिश हुई। इस कारण कई जिलों में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए तो कई लोगों का रेस्क्यू तक करना पड़ा। सिवनी के डुंगरिया डैम में रिसाव होने से दो गांव खाली कराने की नौबत बन गई, जबकि जबलपुर-इटारसी रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया। इस कारण दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें कैंसिल हो गई, या फिर उन्हें डायवर्ट कर दिया गया। बारिश का अगला दौर अब 6 जुलाई के बाद शुरू होगा, जो 9-10 जुलाई तक जारी रहेगा।