किराए के सर्विलांस सिस्टम से महाकुम्भ की होगी निगरानी, जानें क्या है तैयारी
प्रयागराज
महाकुम्भ-2025 में संगम क्षेत्र की निगरानी कुम्भ-2019 से भी बेहतर होगी। डेढ़ साल बाद होने वाले इस महाआयोजन की निगरानी के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। खास बात यह है कि महाकुम्भ में सर्विलांस का ढांचा किराए का होगा। ढांचे का संचालन प्राइवेट संस्था करेगी लेकिन नियंत्रण सरकारी सुरक्षा एजेंसी के पास होगा।
प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड को एकबार फिर महाकुम्भ में निगरानी के लिए सर्विलांस सिस्टम विकसित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछले कुम्भ में प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने सभी उपकरण खरीदकर लगाए थे। लेकिन इस बार सभी उपकरण किराए पर लिए जाएंगे। सुरक्षा के सभी उपकरण आई ट्रिपलसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) से पहले की तरह लिंक रहेंगे। आई ट्रिपलसी का नियंत्रण सरकारी सुरक्षा एजेंसी के अधीन रहेगा।
महाकुम्भ में सर्विलांस सिस्टम विकसित करने के लिए प्राइवेट एजेंसियों को आमंत्रित किया गया है। प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मिशन मैनेजर संजीव सिन्हा ने बताया कि देश-दुनिया के तमाम आयोजनों में सर्विलांस सिस्टम के लिए प्राइवेट एजेंसियों की मदद ली जाती है। महाकुम्भ में भी वैसी ही व्यवस्था होगी। किराए का ढांचा खड़ा करने पर लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
कुम्भ में लगे सिस्टम से अब शहर की निगरानी
प्रयागराज। कुम्भ-2019 में निगरानी के लिए तमाम उपकरण लगाए गए थे। इसे खरीदा गया था। उसी समय संगम क्षेत्र और पुलिस लाइस में आई ट्रिपलसी भी बनाया गया था। कुम्भ मेला समाप्त होने के बाद मेला क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण शहर में लगा दिए गए थे। यह सभी उपकरण आईट्रिपलसी से जुड़े हुए हैं, जिससे शहर के सभी प्रमुख चौराहों और प्रमुख स्थलों पर निगरानी की जाती है।
ये करेंगे
भीड़ की सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी।
खोया-पाया केंद्र को किया जाएगा अत्याधुनिक।
भीड़ प्रबंधन में भी तकनीकी का होगा प्रयोग।
सभी पार्किंग की कैमरे से नितंरत होगी निगरानी।
कुंभ मेला क्षेत्र में होगा मैसेड डिस्प्ले।
प्रमुख स्थलों पर सेंसरयुक्त सुरक्षा उपकरण लगेंगे।
डाटा सेंटर और डिजास्टर रिकवरी की व्यवस्था होगी।
सुरक्षात्मक उपायों की वीडियो एनालिसिस की जाएगी।
सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को आईट्रिपलसी से जोड़ा जाएगा।