क्रिस्प को मिली एआईसीटीई से मान्यता
अब संस्थान ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्सेज’ का संचालन कर सकेगा
भोपाल
मध्यप्रदेश की अग्रणी संस्था क्रिस्प को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम’ की मान्यता प्राप्त हुई है। यह मान्यता फिलहाल दो शैक्षणिक सत्र 2023-24 और 2024-25 के लिए मिली है, जिसमें डेढ़ साल के ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम’ की मान्यता मिली है। इसके लिए औपचारिक प्रवेश प्रक्रिया 1 अगस्त 2023 से शुरू होगी और 1 सितंबर से भोपाल परिसर में कक्षाएँ भी शुरू हो जाएंगी।
क्रिस्प मध्य प्रदेश सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत कार्यरत एक स्वशासी संस्था है। क्रिस्प अब इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन, मेकाट्रोनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी, सूचना प्रोद्योगिकी (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस- मशीन लर्निंग), इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी (कंप्यूटर एप्लीकेशन), हाई-टेक टेक्नोलॉजी (कंप्यूटर एप्लीकेशन) जैसे विशेष हाई-टेक पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट संचालित करेगा। प्रस्तावित पाठ्यक्रम उम्मीदवारों को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट प्रदान करेंगे।
क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल ने एआईसीटीई को क्रिस्प का चयन करने के लिए धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि इस तरह के पाठ्यक्रम से मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए कुशल जनशक्ति तैयार होगी। यह निश्चित रूप से संस्थान के लिए बहुत अच्छी खबर है और इसके साथ ही सफलता का एक नया अध्याय लिखा जाएगा। क्रिस्प पिछले 27 वर्षों से दुनिया भर में प्रमुखता हासिल कर चुका है। अब यह संस्थान तेजी से आगे बढ़ेगा। क्रिस्प के निदेशक अमोल वैद्य ने बताया कि एआईसीटीई से मान्यता के बाद क्रिस्प को एफ.डी.पी, टी.ओ.टी के आयोजन और इनक्यूबेशन सेंटर, उद्योग 4.0 केंद्र स्थापित करने में मदद मिलेगी। साथ ही आईओटी, ए.आई और एम.एल जैसे भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू करने में मदद मिलेगी।