मौसम विभाग ने हिमाचल में रविवार के लिए जारी किया था रेड अलर्ट
शिमला
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून बरिश ने जमकर तबाही मचाई है। पिछले 48 घंटे से बारिश का तांडव देखने को मिल रहा है। हिमाचल की लगभग सभी नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। ब्यास नदी ने कुल्लू से मंडी तक जमकर कहर बरपाया है। भारी बारिश की वजह से 4 नेशनल हाइवे सहित 800 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। कुल्लू से लेकर मनाली तक हाइवे बंद है। लेह मनाली हाइवे अटल टनल से आगे बंद है। चंबा पठानकोट राजमार्ग बनीखेत के पास धंस गया है। भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में सैंकड़ों संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं।
24 घंटे में 8 लोगों की मौत
हिमाचल में बीते 24 घंटे में बारिश की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई है। राजधानी शिमला में 6 लोगों की मौत हुई है। शिमला के कुमारसैन के कोटगढ़ के मधावनी पंचायत के पनेवली गांव में पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने के कारण मकान मलबे में दब गया. घटना के वक्त घर के एक कमरे में सोए माता-पिता और उनके 11 साल के बेटे की मौत हो गई। वहीं ठियोग में धमांदरी के बागड़ा गांव में घर पर लैंड स्लाइड से मां-बेटे की मौत हो गई।
शिक्षण संस्थान दो दिनों के लिए बंद
न्यू शिमला के समीप रझाणा गांव में पहाड़ी से एक भवन पर भारी-भरकम मलबा और पेड़ गिर गए। इस हादसे में युवती की मौत हो गई, जबकि उसकी मां घायल हैं। कुल्लू जिले के लंकड़ाबीर गांव में महिला की मौत हुई है. महिला का कच्चा मकान गिर गया था. चंबा के काकियान में भी एक व्यक्ति की लैंडस्लाइड से मौत हो गई। बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से नौ लोग घायल और तीन लापता हैं। भारी बारिश को देखते हुए हिमाचल के सभी शिक्षण संस्थानों को दो दिन 10 और 11 जुलाई के लिए बंद कर दिया गया है।
हिमाचल में फंसे पर्यटक
रास्ते बंद होने की वजह से सैकड़ों पर्यटक पहाड़ी क्षेत्रों में फंस गए हैं। ज्यादातर पर्यटकों ने वीकेंड पर पहाड़ों का रुख किया था और रविवार को इन्हें वापस लौटना था, लेकिन भारी बरसात की वजह से पर्यटकों के वाहन सडक़ों पर नहीं निकल पाए। ज्यादातर वाहन कुल्लू, मनाली, मंडी और अपर शिमला में फंसे हैं।
सरकार ने किया कमेटी का गठन
प्रदेश में भारी बारिश के चलते हुए नुकसान का स्थिति का आकलन करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी को शामिल किया गया है। इस बारे में आज जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावितों की मदद उपलब्ध करवाने और भारी बारिश के चलते हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के निर्देश दिए हैं।
आपात स्थिति में सहायता के लिए इन नंबरों पर करें फोन
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि संबंधित जिला प्रशासन को प्रभावितों की हर संभव सहायता करने के प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार लगातार प्रदेश के हालात पर नज़र बनाए हुए है और वह स्वयं भी फ़ोन के माध्यम से सभी रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिंटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फँसे हुए पर्यटकों और प्रभावित स्थानीय निवासियों की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1100, 1070 और 1077 पर संपर्क किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हालात पर उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से बात हो चुकी है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी कल इस बारे में बात की जाएगी।