पूर्व राष्ट्रपति बर्लुस्कोनी ने 53 साल छोटी गर्लफ्रेंड के नाम कर दी 900 करोड़ की दौलत
रोम
इटली के पूर्व राष्ट्रपति सिल्वियो बर्लुस्कोनी अपनी गर्लफ्रेंड के लिए 900 करोड़ रुपये की दौलत छोड़कर गए हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक बर्लुस्कोनी अपनी वसीयत में गर्लफ्रेंड मार्टा फैससिना के लिए 100 मिलियन यूरो यानी करीब 900 करोड़ रुपये तक की संपदा छोड़ गए हैं। बीते महीने ही 86 साल के बर्लुस्कोनी का निधन हो गया था। तीन बार इटली के पीएम रहे बर्लुस्कोनी की कुल संपदा 6 अरब यूरो के करीब बताई जाती है। फैससिना और बर्लुस्कोनी का रिश्ता 2020 में शुरू हुआ था। कानूनी रूप से बर्लुस्कोनी और फैससिना की शादी नहीं हुई थी, लेकिन वह उसे पत्नी कहके ही संबोधित करते थे। मरने से पहले भी कहा जाता है कि बर्लुस्कोनी का यही संबोधन फैससिना के लिए था।
बर्लुस्कोनी की गर्लफ्रेंड के तौर पर चर्चित फैससिना के इटली के निचले सदन की सदस्य भी हैं। वह बर्लुस्कोनी द्वारा 1994 में स्थापित फोर्जा इटालिया नाम के दल का भी हिस्सा हैं। बर्लुस्कोनी के विशाल साम्राज्य को फिलहाल उनके दो बच्चे मैरिना और पियर सिल्वियो संभालेंगे। दोनों लंबे से कारोबार का हिस्सा हैं। फिलहाल दोनों की बर्लुस्कोनी के कारोबार में 53 फीसदी की हिस्सेदारी है। बर्लुस्कोनी ने अपनी अपार दौलत में से 100 मिलियन यूरो की रकम अपने भाई पाओलो को भी दी है।
इटली की राजनीति में तीन दशक तक छाए रहने वाले बर्लुस्कोनी देश के बड़े कारोबारियों में से एक थे। वह राजनेता होने के अलावा कारोबारी, मीडिया मुगल भी थे। बर्लुस्कोनी की 12 जून को ही 86 साल की उम्र में मौत हो गई थी। उन्हें ल्यूकेमिया के टेस्ट के लिए मिलान के एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था। यहीं पर उनकी जान चली गई। बर्लुस्कोनी के वकील ने उनके पांचों बच्चों की मौजूदगी में बर्लुस्कोनी की वसीयत को पढ़ा। इस वसीयत में बर्लुस्कोनी ने लिखा था, 'मैं उपलब्ध स्टॉक्स को अपने बच्चों के बीच बराबर-बराबर बांट रहा हूं। मैं अपनी सारी दौलत मैरिना, पियर सिल्वियो, बारबरा, एलियोनोरा और लुइगी को देता हूं। ये सभी लोग बराबर के हकदार होंगे।'
तीन बार इटली के पीएम रहे थे बर्लुस्कोनी
सिल्वियो बर्लुस्कोनी तीन बार इटली के पीएम रहे थे। हालांकि टैक्स फ्रॉड के एक मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन पर राजनीति से बैन लगा दिया गया था। ल्यूकेमिया से पीड़ित होने के बाद भी बर्लुस्कोनी लगातार राजनीति में ऐक्टिव रहे थे। वह देश की मौजूदा दक्षिणपंथी सरकार के भी समर्थन में थे।