November 30, 2024

चप्पे-चप्पे पर जवान, शुरुआती रुझानों में टीएमसी ने बनाई बढ़त

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 नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव कराए गए थे। पंचायत चुनाव के ऐलान से लेकर मतदान तक हिंसा में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई। मतदान के दौरान जमकर हिंसा और बूथ कैप्चरिंग हुई। सोमवार को 697 पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान करवाए गए। आज वोटों की गिनती की जा रही है। जानकारी के मुताबिक शुरुआती रुझानों में टीएमसी आगे चल रही है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस चुनाव में 73,887 सीटों पर 2.06 लाख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। इस बार 9.5 फीसदी सीटों पर निर्विरोध जीत हुई है। बता दें कि 2018 के चुनाव के वक्त भी जमकर हिंसा हुई थी। 2018 में 34 फीसदी सीटें निर्विरोध जीती गई थीं। वहीं टीएमसी के खाते में 90 फीसदी सीटें गई थीं। लाइव अपडेट्स के लिए जुड़े रहें।

भाजपा 21 सीटों पर आगे
पश्चिम बंगाल में 63229 ग्राम पंचायत की सीटों में से टीएमसी 445 पर आगे चल रही है। वहीं भाजपा ने 21 सीटों पर बढ़त बनाई है। अभी कांग्रेस और अन्य पार्टियां किसी सीट पर आगे नहीं हैं। बांकुरा की बात करें को टीएमसी 37 सीटों पर आगे है।

शुरुआती रुझानों में टीएमसी ने बनाई बढ़त
रुझानों के मुताबिक मेदिनीपुर में 211 सीटों में से 26 पर टीएमसी आगे चल रही है। वहीं बीजेपी, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल पीछे हैं। 928 जिला परिषद की सीटों में से 17 पर टीएमसी आगे है। नादिया में 185 में से 63 पर टीएमसी आगे चल रही है। दिनाजपुर में 98 में से 9 पर टीएमसी आगे है।

विधानसभा चुनाव के बाद भी हुई थी हिंसा
कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा था कि चुनाव परिणाम के बाद कम से कम 10 दिनों तक केंद्रीय बल राज्य में तैनात रहें। बता दें कि 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद भी राज्य में जमकर राजनीतिक हिंसा हुई थी। बाद में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

 चप्पे चप्पे पर तैनाती
बीएसएफ के अधिकारी के मुताबिक हर स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की कंपनी तैनात की गई है। इसके अलावा काउंटिंग सेंटर से दो से चार किलोमीटर की दूरी तक कुछ जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा जिला मुख्यालयों में भी जवानों को तैनात किया गया है। केंद्रीय बल पुलिस की मदद से संवेदनशील इलाकों की पहचान कर रहे हैं। अभी केंद्रीय बलों की और टुकड़ियां राज्य में आएंगी।
 
कैसे हैं सुरक्षा के इंतजाम
जानकारी के मुताबिक हर काउंटिंग सेंटर पर कम से कम 90 केंद्रीय बलों के जवान तैनात हैं। इसके अलावा राज्य की पुलिस भी तैनात है। बता दें कि चुनाव के दिन तक केंद्रीय बलों की 649 कंपनियां राज्य में पहुंची थीं। सोमवार दोपहर तक यह संख्या 800 हो गई।

6 चरणों में गिने जाएँगे वोट
 पोल पैनल के एक अधिकारी ने कहा, 6 चरणों में वोटों की गिनती होनी है। पहले ग्राम पंचायतों के बैलट गिने जाएंगे। इसके बाद पंचायत समिति और जिला परिषद के वोटों की गिनती होगी। उम्मीद है कि देर रात तक गिनती चलेगी। बता दें कि इस चुनाव में 5.67 करोड़ लोग मतदान के लिए योग्य थे।

 9.5 फीसदी सीटों पर निर्विरोध जीत
पश्चिम बंगाल में 339 काउंटिंग सेंटरों पर वोटों की गिनती शुरू हो गई है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 73887 पंचायत की सीटों में से 9.5 प्रतिशत सीटों पर प्रत्याशी निर्विरोध विजयी हुए हैं। पिछली बार 2018 में हुए चुनाव में 34 फीसदी सीटें निर्विरोध जीती गई थीं। टीएमसी ने 90 फीसदी सीटों पर जीत हासिल की थी।

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