वन विभाग की अनुशंसा के बाद ही खनिज पट्टे जारी करें – कमिश्नर
रीवा
कमिश्नर कार्यालय में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक में खनि रियायत के आठ प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इनमें दो सीधी जिले तथा छ: रीवा जिले से संबंधित थे। बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने कहा कि वन भूमि अथवा नेशनल पार्क की सीमा में खनिज उत्खनन के पट्टे जारी करते समय निर्धारित मापदण्डों का कड़ाई से पालन करें। वन विभाग की अनुशंसा के बाद ही प्रस्ताव समिति में प्रस्तुत करें। खनिज पदार्थों के उत्खनन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान देना आवश्यक है। वन भूमि से निर्धारित सीमा के बाद ही उत्खनन के पट्टे जारी करें। खनिज अधिकारी स्वीकृत खदानों में वन भूमि की ओर वृक्षारोपण, मजबूत सीमा निर्धारण तथा ट्रेंच बनाने जैसे प्रावधानों का कठोरता से पालन करें।
बैठक में मुख्य वन संरक्षक राजेश कुमार रायॅ ने कहा कि समिति में प्रस्तावित सभी आठ स्थानों का वन और खनिज विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से मौके का निरीक्षण करें। इसके प्रतिवेदन के आधार पर समिति उत्खनन के पट्टों पर निर्णय करेगी। खनिज संपदा के समुचित दोहन के समय पर्यावरण संरक्षण के प्रावधानों का पालन किया जाना आवश्यक है। बैठक में सीधी जिले के ग्राम बंजारी, रीवा जिले के ग्राम टीकर, हर्रई तथा अन्य ग्रामों के पत्थर उत्खनन के पट्टे के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, उपायुक्त अशोक ओहरी, जिला खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित उपस्थित रहे। बैठक में कलेक्टर सीधी साकेत मालवीय तथा वन एवं खनिज विभाग के अधिकारी और वन मण्डलाधिकारी रीवा चन्द्रशेखर सिंह वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।