प्रेमिका ने बिछाया फ़रेब का जाल और प्रेमी ने लगाई घात; फिर दोनों ने खेला ख़ूनी खेल
बागपत
यूपी के बागपत में प्रेम प्रसंग के चलते एक बेहद ही खौफनाक साजिश के तहत हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। हुआ यह कि प्रेमिका और उसके प्रेमी के मिलन में रोड़ा बन रहे पडोसी की बेरहमी से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई और फिर एक दोस्त की मदद से शव को जंगल में फेंक दिया गया। लेकिन पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए प्रेमी-प्रेमिका समेत उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल ये वारदात हैं बागपत जनपद के थाना दोघट क्षेत्र की, जहां टिकरी कस्बे के रहने वाला प्रवीण राठी घर से किसी से मिलने की बात कहकर निकला था। लेकिन जब काफी देर तक घर नही लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। जिसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी और पुलिस ने प्रवीण की तलाश शुरू कर दी।
मुँह के बल पड़ी मिला लाश देख उड़े पुलिस के होश
थाना दोघट पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि 19 मई को पास के ही जंगल में एक शव मिला। मौके पर शव को देख कर पुलिस भी दंग रह गईं। मृतक के शव को मुँह के बल फेंका गया था। जबकि पास में ही एक डंडा भी पड़ा हुआ। शव की शिनाख्त गुमशुदा प्रवीण राठी के रूप में हुई। जिसके बाद उसके परिजनों को सूचना दी गई। प्रवीण के कत्ल की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया और घटना की तफ्तीश में जुट गई।
अफेयर का खुला राज
पुलिस की तफ्तीश के दौरान पता चला कि प्रवीण गांव के ही एक युवक धीरज के कुछ राज जानता था। दरअसल, धीरज का उसकी पड़ौसी युवती से अफेयर चल रहा था। जिसको लेकर दोनों में विवाद हो चुका था। जिसके चलते पुलिस ने धीरज को उठाया और जब अपने अंदाज में पूछताछ की तो हत्या का राज खुलने में देर नहीं लगी।
प्रेमिका से मिलने में रोड़ा बन रहा था प्रवीण
धीरज ने बताया कि उसी के द्वारा प्रवीण की हत्या की गईं है। उसने बताया कि जब भी वह अपनी प्रेमिका से मिलने आता तो प्रवीण उस पर नज़र रखता था और गांव में लोगों के बीच उसकी बदनामी करता था। जिसके चलते उसने और उसकी प्रेमिका ने योजना बनाकर उसकी हत्या कर दी।
प्यार का नाटक, फिर हत्या
धीरज के मुताबिक़ उसकी प्रेमिका ने योजना बनाकर पहले तो प्रवीण के साथ कुछ दिन प्यार का झूठा नाटक किया और उसे प्लान के अनुसार रात में घर मिलने बुलाया। जहां पहले से ही धीरज घात लगाए बैठा था। जैसे ही प्रवीण अंदर आया, धीरज ने डंडा उठाकर उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। वो उसे तब तक मारता रहा जब तक वह मर नहीं गया। जब उसकी मौत हो गईं, तो प्रेमिका के साथ मिलकर उसे चादर में लपेट दिया।