हवाई सर्वे कर फ्लैश फ्लड के संभावित रास्ते में आने वाले टेंटों को शिफ्ट किया जायेगा
बालटाल
जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हाईलेवल बैठक की अध्यक्षता की जिसमें अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास चल रहे बचाव एवं राहत अभियान की समीक्षा की गई। बता दें कि गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने से 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि अब भी कई लापता हैं। इस बैठक में थलसेना, पुलिस, वायुसेना और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उपराज्यपाल ने गुफा के ऊपर की तरफ हवाई सर्वे करने का निर्देश दिया है ताकि देखा जा सके कि कोई और ऐसी झील वगैरह तो नहीं है, जो खतरा बन सके।
इसके अलावा फ्लैश फ्लड के संभावित रास्ते में आने वाले टेंटों को शिफ्ट करने को भी कहा गया है। बादल फटने की घटना के बाद लापता लोगों की तलाश जारी है। चट्टानें काटने के लिए मशीनों का भी इंतजाम किया जा रहा है। आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एस.एस. औजला और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने उपराज्यपाल को पवित्र गुफा के पास चल रहे बचाव अभियान की जानकारी दी।
जीओसी ने बताया कि बचाव और राहत अभियान में लगी एजेंसियां सर्वोत्तम समन्वय के साथ काम कर रही हैं और उनके पास मलबा साफ करने के उपकरण हैं। उप राज्यपाल ने कहा कि मलबा को यथाशीघ्र हटाने की कोशिश की जानी चाहिए। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि अधिकतर घालयों को पहले ही अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि कुछ लोगों को श्रीनगर के बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है और उन्हें भी 24 घंटों में छुट्टी दे दी जाएगी। सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं अनुरोध करता हूं कि यात्री शिविरों में ही रहें। प्रशासन उनको आराम से रहने के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करा रहा है। हम यात्रा को यथाशीघ्र बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।''