नाराज नहीं हैं नीतीश कुमार, 11 विपक्षी नेताओं की कोर्डिनेशन कमिटी बिहार सीएम के कहने पर बनी: सूत्र
पटना
बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक के बाद से दो ही खबर चल रही है। एक तो भाजपा विरोधी दलों ने बीजेपी की अगुवाई वाले 38 पार्टियों के NDA से मुकाबले के लिए अपने गठबंधन का नाम INDIA रखा है और दूसरा कि इस पूरी विपक्षी एकता की कवायद के सूत्रधार बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ही नाराज हो गए हैं। लेकिन अब जेडीयू सूत्रों ने बताया है कि नीतीश कुमार नाराज नहीं हैं और पहले से तय कार्यक्रम के हिसाब से वो बेंगलुरु से पटना लौटे जिस वजह से संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में वो या लालू यादव या तेजस्वी यादव नजर नहीं आए। जेडीयू सूत्रों का कहना है कि असल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जिस 11 सदस्यीय कोर्डिनेशन कमिटी की बात की वो कमिटी बनाने का सुझाव ही नीतीश ने दिया था।
सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार ने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से कोई बात नहीं की इसमें नाराजगी से ज्यादा रणनीति है ताकि बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात को मीडिया में जगह मिल सके और नीतीश की खबर उस न्यूज का कवरेज ना खाए। सूत्र ने कहा कि राजगीर में बुधवार को मलमास मेला का उद्घाटन करने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जा रहे हैं, जहां वो बेंगलुरु बैठक और विपक्षी एकता पर मीडिया के सामने अपनी बात रख सकते हैं।
नीतीश के बेंगलुरु से निकलने के बाद ही खबरें चल रही हैं कि नीतीश दो वजहों से नाराज हैं। एक तो वो देश के नाम पर गठबंधन का नाम इंडिया रखने के खिलाफ थे जिसका इस्तेमाल कई वामपंथी नेता अमीर-गरीब की खाई दिखाने के लिए एलीट लोगों के लिए प्रतीक के तौर पर करते हैं। दूसरा नीतीश को उम्मीद थी कि विपक्षी दलों की दूसरी मीटिंग में संयोजक का ऐलान हो जाएगा जिस पद पर स्वाभाविक रूप से उनका दावा बनता है। नीतीश ने कांग्रेस के साथ कम से कम तीन ऐसे नेताओं को बातचीत की टेबल पर बिठाया है जो एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे। इन नेताओं में अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। लेकिन जेडीयू के सूत्र कह रहे हैं कि नीतीश के नाराज होने की खबर एक नैरेटिव है जिसे भाजपा के लोग आगे बढ़ा रहे हैं।