September 29, 2024

किन्नौर में 22 जुलाई तक सभी स्कूल और आंगनवाड़ी बंद, बाढ़ और भूस्खलन की आशंका के चलते लिया ये फैसला

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हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के साथ-साथ बादल फटने की घटनाएं भी सामने आ रही है। वहीं, अब किन्नौर जिले की सांगल वैली में बादल फटा है, जिससे तबाही के भयानक दृश्य सामने आ रहे है। बादल फटने से कई गांवों में नुक्सान हुआ है और करीब 20 से 25 गाड़ियां फ्लैश फ्लड में बह गई। बादल फटने की यह घटना किन्नौर जिले के सांगला से 5 किमी दूर कामरू गांव की है। तो वहीं, बाढ़ और भूस्खलन की आशंका के चलते किन्नौर में सभी स्कूल और प्राइवेट स्कूल, प्री-स्कूल और आंगनवाड़ी 22 जुलाई तक बंद रहेंगे। इस संबंध में किन्नौर जिले के उपायुक्त ने आदेश जारी किए है।

महिलाओं से बर्बरता करने के मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की भी हुई पहचान किन्नौर जिले में बादल फटने की यह घटना गुरुवार 20 जुलाई की सुबह साढ़ छह बजे की बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सांगला से 5 किमी दूर कामरू गांव में भारी बारिश और बादल फटने से फ्लैश फ्लड आ गया। जिसके वजह से सड़कों पर पानी के साथ-साथ मलबा आ गया। वहीं, कई गाड़ियां भी बह गई, जबकि कुछ मलबे की चपेट में भी आ गई।

फ्लैश फ्लड की वजह से जो मलबा आया है, उससे सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। तो वहीं, अब राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आंकलन के लिए मौके पर गई हैं। कानूनगो अमरजीत ने मीडिया से फोन पर मामले की पुष्टि की और बताया कि करीब 20 से 25 गाड़ियों को नुकसान की सूचना मिली है।

राजस्थान में पीआर के दम पर सत्ता वापसी की तैयारी में अशोक गहलोत, जानिए गहलोत सरकार की पूरी रणनीति उन्होंने बताया कि अभी मौके पर आंकलन के बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी। बता दें कि भारी बारिश के कारण करछम सांगला छितकुल मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया। तो वहीं, गुरुवार को बादल फटने से टोंग टोंग चे और कामरू नाला में बाढ़ आ गई। किन्नौर जिले के अलावा शिमला के रोहड़ू और रामपुर में भी रातभर भारी बारिश हुई। वहीं, शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 भी झाखड़ी के पास हेवी रेनफॉल के बाद सड़क बह जाने के बाद बंद पड़ा है। इससे किन्नौर जिले का राजधानी से संपर्क कट गया है।

पहाड़ों पर भारी बारिश के बाद सतलुज नदी का जल स्तर भी काफी बढ़ गया है। बता दें कि भारी बारिश के बीच बुधवार को शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे समेत 735 सड़कें, 224 पेयजल योजनाएं और 990 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। मंगलवार रात और बुधवार को चंबा, कांगड़ा और मंडी जिले के कई क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे। प्रदेश के कई क्षेत्रों में 20 से 23 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 25 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। आपको बता दें कि बीते तीन दिन में हिमाचल में तीन जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। बुधवार को चंबा के सलूणी में भारी बारिश से गाड़ियां बह गई थी।
 

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