विपक्ष ने उठाया मणिपुर का मुद्दा, भाजपा ने राजस्थान और बंगाल की दिलाई याद
मणिपुर
मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर भीड़ द्वारा घुमाए जाने की घटना के बाद चौतरफा आलोचनाओं का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्षी दलों की सरकार द्वारा शासित पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं को शुक्रवार को जोरशोर से उठाया।
पार्टी ने एक तरफ दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले पश्चिम बंगाल में मणिपुर की तरह ही दो घटनाएं हुई हैं, वहीं आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित राजस्थान में हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं हो रही है और वहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। भाजपा मुख्यालय में ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और भाजपा महासचिव व राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दों को उठाया।
सिंह ने कहा, ‘‘राजस्थान में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई और पूरे प्रदेश में जंगलराज है। सरकार और पुलिस प्रशासन घटनाओं को दबाने में लगे हैं। हमने करौली में भी यही देखा, जब वहां एक दलित युवती का अपहरण किया गया, उसके साथ बलात्कार हुआ और उसकी हत्या कर दी गई।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस सब के बाद जब युवती की मां पुलिस के पास गई तो पुलिस ने कहा कि केस मत करो, समझौता कर लो वरना तुम्हें भी अंदर कर दिया जाएगा। राजस्थान में ऐसी घटनाएं हर रोज हो रही हैं।''
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान में महिलाओ पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं के बारे में जब कांग्रेस की महिला विधायक से प्रश्न किया जाता है तो वह कहती हैं कि सुरक्षा घेरे में रहने के बावजूद वह सुरक्षित नहीं है। शेखावत राजस्थान की कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के महिला सुरक्षा को लेकर हाल में दिए गए बयान का उल्लेख कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘राजस्थान में हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और हर दिन लगभग पांच से सात हत्या के मामले दर्ज होते हैं।''
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए जोधपुर के सांसद ने कहा कि राजस्थान महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में देश का नंबर वन राज्य बन गया है। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा होने हैं। इसके मद्देनजर भाजपा अपराध विशेषकर महिलाओं के खिलाफ अपराध को मुद्दा बनाकर गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही है।
इससे पहले भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल में इसी प्रकार दो महिलाओं के साथ दुर्व्यहार का दावा किया। इस घटना का ब्यौरा देते हुए पार्टी की सांसद लॉकेट चटर्जी रो पड़ी। दोनों नेताओं ने मणिपुर की घटना की कड़ी निंदा की और दावा किया कि उनके राज्य में भी दो महिलाओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किया गया है। मजूमदार ने कहा कि दोनों घटनाओं में फर्क सिर्फ इतना है कि पश्चिम बंगाल में मणिपुर जैसी हुई दो घटनाओं का वीडियो उपलब्ध नहीं है।
मजूमदार ने कहा, ‘‘मणिपुर में जो घटना हुई वो बहुत दुखद है, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं, ऐसी घटना कहीं भी नहीं होनी चाहिए। लेकिन बंगाल के दक्षिण पांचला में भाजपा की महिला सदस्य को पंचायत चुनाव लड़ने के कारण निर्वस्त्र करके घुमाया गया। क्या ये मणिपुर से कम दुःखद घटना है?'' उन्होंने कहा, ‘‘फर्क बस ये है कि इसका कोई वीडियो नहीं है क्योंकि ममता बनर्जी (मुख्यमंत्री) की पुलिस और गुंडे किसी को भी वीडियो नहीं बनाने देते।''
मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और छेड़छाड़ का यह वीडियो बुधवार को सामने आया था जिसकी देशभर में निंदा की गई। इस मामले में चार आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर की घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि यह घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और इस क्रूर घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले में कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। मजूमदार ने दावा किया कि एक ही दिन अलीपुर द्वार (उत्तरी बंगाल) और वीरभूम (दक्षिणी बंगाल) में दो महिलाओं को नंगा करके गांव में घुमाया गया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एक महिला को तो गधे पर नंगा करके गांव में घुमाया गया।''
मजूमदार ने आगे कहा, ‘‘कारण जो भी हो, इसमें राजनीतिक कारण नहीं है, अलग कारण है। अलग बात है। लेकिन महिलाओं के सम्मान के साथ जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में खिलवाड़ हो रहा है वह चिंताजनक है।'' चटर्जी ने इस अवसर पर दावा किया कि जैसी स्थिति मणिपुर की है वैसी ही स्थित आज बंगाल की है।
रो पड़ीं लोकेट चटर्जी
अलीपुरद्वार (उत्तरी बंगाल) और वीरभूम (दक्षिणी बंगाल) की घटनाओं का उल्लेख करते हुए चटर्जी रो भी पड़ीं और भारी मन से उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल भी भारत का हिस्सा है, जैसे मणिपुर है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बेटियां कहां जाएंगी। हम कुछ नहीं कर सकते हैं।''