पुलिस अधीक्षक नें अधिकारियों को अलर्ट मोड में कार्य करने के दिये निर्देश
सिंगरौली /बैढ़न
जिला पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी के द्वारा म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिनांक 25-26 जुलाई 2023 को प्रस्तावित भ्रमण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में बैठक रूस्तम जी कॉन्फ्रेंस हाल पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में आयोजित की गयी।
वही पुलिस अधीक्षक की बैठक में शिव कुमार वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, देवेश पाठक नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर, राजीव पाठक, अनुविभागीय अधिकारी वीरेन्द्र धार्वे एस.डी.ओ.पी. देवसर, राजाराम धाकड, उप पुलिस अधीक्षक, अजाक एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारीगण उपस्थित हुये।
वही पुलिस अधीक्षक जिला सिंगरौली मो. यूसुफ कुरैशी द्वारा मान. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भ्रमण के संबंध में आवश्यक चर्चा की जाकर सुरक्षा व्यवस्था के संबंध मे विस्तुत में बताया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये।
पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिये कि जिले में अवैधानिक कार्यो में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित की जाकर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जावे और वही अवैध रूप से बनायी जा रही शराब/महुआ शराब पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कार्यवाही करना है और थाना प्रभारी की यह पूर्ण जिम्मेदारी है कि उस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध शराब न बने यह सुनिश्चित किया जावे और कानून-व्यवस्था एवं अन्य के संबंध में कभी भी कोई प्वाईंट हो तो अधिकारी/कर्मचारी व्यक्तिगत रूप से मुझे अवगत करावें और इस दौरान थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि पिकअप वाहन एवं ऑटो पर ओवरलोड सवारी न हो इसके लिये वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जावे और किसी प्रकार की दुर्घटना से इंकार नही किया जा सकता है।
वही पुलिस अधीक्षक ने निर्देश देते हुये कहा कि थाना/चौकी में आने वाले प्रत्येक फरियादी से सलीनता से बातचीत कर उसकी समस्या को समझा जावे और उसके निराकरण के लिये हर संभव प्रयास किये जावे और किसी भी फरियादी के साथ पुलिस की अभद्रता स्वीकार नही की जायेगी और यथासंभव हर फरियादी का सहयोग प्रदान करने के लिये अग्रसर रहें।
विभिन्न संगठनों/राजनैतिक दलों द्वारा सोझी समझी रणनीति के अन्तर्गत स्वेच्छानुसार जुलूस/रैली/प्रदर्शन के दौरान में लोक शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाये रखने हेतु थाना प्रभारी/राजपत्रित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जुलूस/रैली निकालने या सभाये आयोजित करने हेतु स्थान पूर्व से निर्धारित हो।
सूचना तंन्त्र इतना मजबूत बनाया जावे की किसी भी घटना होने से पूर्व सूचना मिल सके और इसी प्रकार से जुलूस/रैली/ अथवा/सभा/प्रदर्शन जिसके आयोजन से आम शांति भंग होने की संभावना हो, उसको सख्ती से निपटा जावे और लोक शांति भंग करने वाले असामिजक तत्वों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने का दायित्व संबंधित अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एवं थाना प्रभारी का होगा यदि विधि अनुसार निर्देशों के क्रियान्वयन में थाना प्रभारी /अनुभाग अधिकारी लचीलापन या लापरवाही देखने में आयी तो उसके लिये संबंधित अधिकारी उत्तरदायी समझे जावेगे और उन्होने कहा कि भिन्न-भिन्न सभी प्रकार गतिविधियों के संबंध में सूचना संकलन इतना तदस्थ हो कि मीडिया में आने से पहले अवगत हो तद्नुसार व्यवस्था सुनिश्चित किया जावे और किसी प्रकार से अचानक जुलूस जलसा नही हो यह सुनिश्चित किया जावे ।
वही वर्तमान में सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सअप, ट्यूटर एंव फेसबुक में सम्प्रदाय को भडकाने वाले पोस्ट मैसेज, फोटो वीडियो वायरल किये जाते है इन पर कडी निगरानी रखी जावे ऐसी स्थिति में पाया जाता है तो उनके विरूद्ध शख्त कार्यवाही किया जाना भी सुनिष्चित किया जावे और वही पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी के द्वारा थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अवैध रेत उत्खनन एवं अवैध मादक पदार्थ के क्रय विक्रय पर कार्यवाही को प्रभावी ढंग से किये जाने हेतु प्रत्येक थाना प्रभारी अपनी-अपनी कार्ययोजना तैयार कर ले तद्नुसार कार्यवाही सुनिश्चित किया जावे ।